Youtube Content Restrictions: यूट्यूब ने अपने प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन जुआ और सट्टेबाजी से जुड़े कंटेंट के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। गूगल के स्वामित्व वाले इस वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म ने 4 मार्च को घोषणा की है कि वह 19 मार्च 2025 से ऑनलाइन गैंबलिंग कंटेंट से संबंधित अपनी मौजूदा पॉलिसी को और सख्त कर रहा है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दुनियाभर में ऑनलाइन जुए के प्रति युवाओं का आकर्षण बढ़ रहा है और इससे जुड़े मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों की चिंताएं गहरा रही हैं।
Youtube Content Restrictions 9.5 मिलियन वीडियो हुए डिलीट-
यूट्यूब ने हाल ही में एक बेहद सख्त कदम उठाते हुए अपने प्लेटफॉर्म से लगभग 9.5 मिलियन से अधिक ऐसे वीडियो को हटा दिया है, जो ऑनलाइन जुए को बढ़ावा दे रहे थे। यह संख्या चौंकाने वाली है और दर्शाती है कि कितने बड़े पैमाने पर ऐसा कंटेंट प्लेटफॉर्म पर मौजूद था। यूट्यूब के इस कदम से इंटरनेट पर फैल रहे ऑनलाइन जुए के प्रसार को रोकने में मदद मिल सकती है, खासकर उन युवाओं के बीच जो इसके आकर्षण में आसानी से आ जाते हैं।
Youtube Content Restrictions नई पॉलिसी में क्या होगा बदलाव?
यूट्यूब की नई पॉलिसी के तहत कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब वीडियो में किसी भी प्रकार के लिंक, इमेज, टेक्स्ट या लोगो जो जुए की वेबसाइट या ऐप्स से जुड़े हों, उन्हें दिखाना या उनका उल्लेख करना प्रतिबंधित होगा। क्रिएटर्स अब केवल उन्हीं वेबसाइट्स और ऐप्स के लिंक दिखा सकेंगे जो कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त हैं और गूगल तथा यूट्यूब द्वारा अनुमोदित हैं।इसके अलावा, अगर कोई क्रिएटर अपने वीडियो में किसी ऑनलाइन गैंबलिंग प्लेटफॉर्म से गारंटीड रिटर्न का दावा करेगा, तो उसका कंटेंट तुरंत हटा दिया जाएगा। यह कदम उन क्रिएटर्स को टारगेट करता है जो अपने दर्शकों को झूठे वादों के साथ जुए में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
Youtube Content Restrictions क्रिएटर्स के लिए सख्त परिणाम-
यूट्यूब ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जो क्रिएटर्स इन नियमों का उल्लंघन करेंगे, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अगर कोई क्रिएटर अपने वीडियो में गूगल से अप्रूव नहीं किए गए गैंबलिंग सर्विस का लोगो या लिंक दिखाएगा, तो उसके अकाउंट को ब्लॉक तक किया जा सकता है। यह चेतावनी उन सभी क्रिएटर्स के लिए है जो ऑनलाइन जुए से जुड़ी सामग्री को प्रमोट करते रहे हैं। "हमारा लक्ष्य एक सुरक्षित और विश्वसनीय ऑनलाइन माहौल बनाना है," यूट्यूब के एक प्रवक्ता ने कहा। "ऐसे में ऑनलाइन जुए से जुड़े कंटेंट पर नियंत्रण बेहद जरूरी है, खासकर जब इसका असर युवाओं पर पड़ रहा हो।"
उम्र प्रतिबंध और सुरक्षा उपाय-
19 मार्च से यूट्यूब ऑनलाइन गैंबलिंग कंटेंट को प्रमोट करने वाले वीडियो पर एज रेस्ट्रिक्शन लगाएगा। इसका मतलब है कि ऐसे वीडियो साइन आउट यूजर्स या 18 साल से कम उम्र के लोगों को नहीं दिखाए जाएंगे। यह कदम विशेष रूप से बच्चों और किशोरों को ऑनलाइन जुए के नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए उठाया गया है। युवा दिमाग आसानी से ऐसे कंटेंट से प्रभावित हो सकते हैं, जो जुए को ग्लैमरस और आकर्षक दिखाते हैं। ऐसे में, यूट्यूब का यह कदम समय की मांग है।
भारत में बढ़ते ऑनलाइन जुए की चिंता-
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स भारत और अन्य देशों में यूट्यूब और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अधिक से अधिक विज्ञापन दे रहे हैं। भारत में, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पिछले कुछ वर्षों में कई परामर्श जारी किए हैं, जिनमें सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, ऑनलाइन विज्ञापन कंपनियों और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को इन सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स को बढ़ावा देने से रोकने की अपील की गई है। "भारत में ऑनलाइन जुए का प्रसार चिंताजनक गति से बढ़ रहा है," एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ राकेश कुमार ने बताया। "स्मार्टफोन और सस्ते इंटरनेट की उपलब्धता ने इसे और भी आसान बना दिया है। यूट्यूब जैसे बड़े प्लेटफॉर्म का यह कदम नियंत्रण की दिशा में महत्वपूर्ण है।"
क्रिएटर्स की प्रतिक्रिया-
यूट्यूब के इस फैसले पर कई क्रिएटर्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ का मानना है कि यह नीति बहुत सख्त है, जबकि अन्य इसे आवश्यक कदम मानते हैं। "मैं समझता हूं कि यूट्यूब ऑनलाइन जुए को लेकर चिंतित है, लेकिन इसके लिए पूरे कंटेंट को प्रतिबंधित करना शायद थोड़ा अधिक है," एक गेमिंग कंटेंट क्रिएटर ने कहा। "हम ऑनलाइन गेमिंग और जुए के बीच स्पष्ट अंतर करना चाहिए।" वहीं, कई क्रिएटर्स इस कदम का स्वागत कर रहे हैं, यह जरूरी था। बहुत से लोग युवाओं को गुमराह कर रहे थे और उन्हें जुए में फंसा रहे थे।
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भविष्य में और सख्त हो सकते हैं नियम-
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में ऑनलाइन जुए पर और भी सख्त नियम आ सकते हैं। न केवल यूट्यूब, बल्कि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी इस दिशा में कदम उठा रहे हैं। "यह सिर्फ शुरुआत है," एक डिजिटल मार्केटिंग विशेषज्ञ ने कहा। "जैसे-जैसे ऑनलाइन जुए के खतरे सामने आ रहे हैं, वैसे-वैसे नियामक संस्थाएं और प्लेटफॉर्म अपनी नीतियों को और कड़ा कर रहे हैं।" यूट्यूब ने यह भी कहा है कि वह इन नियमों के प्रभाव की निरंतर समीक्षा करेगा और आवश्यकतानुसार और भी सुधार करेगा। उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और विश्वसनीय कंटेंट प्रदान करना कंपनी की प्राथमिकता बनी रहेगी।
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