Chaitra Navratri 2024: रंगों का त्योहार होली नजदीक है और होली के बाद चैत्र नवरात्रि का त्योहार जोरों शोरों से मनाया जाने वाला है। हिंदुओं के लिए शुभ उत्सवों में से एक नवरात्रि को माना जाता है। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होगी। जिसमें देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होगी। इस बार खास बात यह है कि नवरात्रि खरमास में शुरू होगी। खरमास में ही हिंदू नव वर्ष की भी शुरुआत होगी।
खरमास को अच्छा नहीं माना जाता-
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सनातन धर्म में खरमास को अच्छा नहीं माना जाता। इस दौरान शुभ कार्य भी वर्जित होते हैं। इस दौरान मां दुर्गा के भक्तों को आशीर्वाद पाने के लिए कुछ उपाय करने होंगे। नवरात्रि की शुरुआत में अबूझ मुहूर्त होता है जो शुभ माना जाता है। इस शुभ समय में जो भी व्यक्ति मां दुर्गा की पूजा कर अपनी मनोकामना मांगेगा, वह पूरी हो जाएगी।
खरमास में चैत्र नवरात्रि-
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, खरमास 14 मार्च से शुरू हो गया है और यह 13 अप्रैल तक रहेगा। खरमास का चैत्र नवरात्रि पर कोई खास असर नहीं होगा। तो आईए जानते हैं कि आखिर खरमास में चैत्र नवरात्रि शुरू होने से इससे क्या प्रभाव पड़ने वाला है और देवी की कृपा पाने के लिए व्रत करने वालों को क्या सावधानियां बरतनी होंगी।
मां देवी को क्या चढ़ाएं-
मां दुर्गा को चुनरी बहुत प्रिय होती है, इसलिए नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को एक चुनरी जरूर चढ़ानी चाहिए। यह बहुत ही शुभ माना जाता है। अखंड ज्योत का नवरात्रि के दौरान बहुत महत्व माना जाता है। नवरात्रि के दौरान जलाई जाने वाली अखंड ज्योत को घर के अग्नि कोण में जलाना चाहिए।
अखंड ज्योत-
घर के दक्षिण पूर्व कौने में घी का दीपक जलाएं। मंदिर में भी अखंड ज्योत के लिए दक्षिण पूर्व दिशा का ही चयन करना चाहिए। देवी मां को गुड़हल के साथ यह कनेर का फूल भी चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बढ़ती है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। घर में खुशहाली का माहौल बना रहता है।
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हिंदू धर्म के मुताबिक-
हिंदू धर्म के मुताबिक, नवरात्रि के दिनों को बहुत ही शुभ माना जाता है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा बड़े धूम-धाम से की जाती है। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा की जाती है और आठवां दिन जिसे अष्टमी के नाम से जाना जाता है, नवरात्रि के दौरान काफी महत्व रखता है। इस दिन लोग मां दुर्गा के अवतार मां गौरी की पूजा करते हैं और इस दिन को मनाने के लिए लोग हवन और विशेष अनुष्ठान भी करते हैं। यह दिन नवरात्रि में एक महत्वपूर्ण चरण का प्रतीक है। क्योंकि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है।
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