Haryana
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    Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में बोलते हुए गुरुवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के कार्यक्रम के दौरान सभी संपन्न लोग उपस्थित रहे। लेकिन किसी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को वहां देखा? उन्होंने आगे कहा कि उन्हें संदेश दिया गया था कि आप राष्ट्रपति हो सकते हैं, लेकिन आपको राम मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। राहुल गांधी का कहना है कि उद्घाटन के समय कोई गरीब, किसान, मजदूर, बेरोजगार नहीं था, दो भारत हैं एक पाच प्रतिशत का और एक शेष का।

    बांसवाड़ा में एक रैली के दौरान-

    राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी प्रदान करने की अपनी पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, जो पहले से ही उनकी घोषणा पत्र में शामिल है। उन्होंने संस्थानों में दलित, आदिवासियों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को एक समान प्रतिनिधित्व के बारे में बात की। उन्होंने दावा किया कि वह भारत की आबादी का लगभग 90% हिस्सा हैं।

    एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी-

    सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे घोषणा पत्र में हमने एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी शामिल की है। आदिवासी, दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक भारत की आबादी का लगभग 90% तक हिस्सा है। राजस्थान के बांसवाड़ा में अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर 30 लाख खाली सरकारी पदों को भरने का वादा किया है। उन्होंने फंड आवंटन, सभी क्षेत्रों में प्रतिनिधित्व को समझने के लिए सामाजिक आर्थिक परिदृश्य और संगठनात्मक नियंत्रण का आवाहन किया है।

    5000 करोड रुपए का फंड-

    आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपने पार्टी के घोषणा पत्र को पेश करते हुए, राहुल गांधी ने वादों को रेखांकित किया हैष जिसमें एमएसपी के लिए कानून की गारंटी, स्टार्टअप के लिए 5000 करोड रुपए का फंड और श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा शामिल है। जैसे ही उनकी भारत जोड़ो यात्रा गुजरात की ओर बढ़ी उनकी मुश्किल बढ़ गई। कांग्रेस को हाल ही में हुए दल बादल से चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

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    पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष-

    जिसमें अनुभवी नेता अर्जुन भी शामिल हैं। एक अन्य विधायक और एक पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के साथ वह भाजपा में शामिल हो गए। विशेष रूप से मनवादर से कांग्रेस विधायक अरविंद के जाने से 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी छोड़ने वाले चौथे मौजूदा विधायक बन गए। जिससे कि विधानसभा में पार्टी की ताकत घटकर 13 रह गई है। इन सभी असफलताओं के बावजूद राहुल गांधी ने अपनी यात्रा जारी रखी और संबोधन किया, प्रमुख मुद्दों और सुधार के वादे भी किए।

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