Pakistan Zindabad
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    Pakistan Zindabad: कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी की इकाई में पुलिस स्टेशन में एक प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन के समर्थकों ने उनकी जीत की घोषणा के बाद पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए हैं। बीजेपी की शिकायत के मुताबिक, रिटर्निंग अधिकारी द्वारा हुसैन की जीत की घोषणा के बाद से ही विधानसभा में एकत्र हुए। उनके कुछ समर्थकों ने जश्न में कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए हैं। शिकायत में कहा गया है कि ऐसा लग रहा लगा, जैसे नजीर हुसैन के इन समर्थकों ने भारत में राज्यसभा या उच्च सदन के लिए नासिर हुसैन के चुनाव पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।

    पाकिस्तान की प्रशंसा-

    इसके साथ ही पाकिस्तान की प्रशंसा भी की। भारत गणराज्य के राज्यों में से एक है। कर्नाटक विधानसभा भवन परिषद में जश्न मनाते हुए पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए गए हैं और यह सब नासिर हुसैन के इसारे पर किया गया है, जो नहीं जानता कि वह यहां वह है या नहीं। शिकायत में कहा गया कि वह भारतीय संसद केलिए या फिर पाकिस्तानी संसद के लिए चुने गए हैं।

    राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन-

    राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उनके कुछ समर्थकों ने नासिर हुसैन जिंदाबाद, नासिर हुसैन जिंदाबाद और कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए हैं। फिर अचानक जब मैं अपने घर के लिए निकल रहा था, तो मुझे मीडिया ने फोन करके बताया कि किसी ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए हैं। मैं यह कहना चाहता हूं कि जब मैं वहां लोगों के बीच था।

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    वीडियो के साथ छेड़छाड़-

    बहुत सारे नारे लगाए जा रहे थे, लेकिन मैंने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा कभी नहीं सुना। लेकिन जो भी हमसे पुलिस से पूछा है, हमने पुलिस को इसकी जांच करने दी है। अगर किसी ने इस तरह का नारा लगाया है तो उसके साथ कानून के मुताबिक, सख्त कार्यवाही होगी, जांच होगी और अगर किसी ने वीडियो के साथ छेड़छाड़ की है और या शरारत की है, तो भी ऐसा करना होगा और अगर किसी ने नारा दिया है तो इस बात की उच्च जांच की जानी चाहिए।

    व्यक्ति परिसर में कैसे दाखिल हुआ-

    वह व्यक्ति कौन है कहां से आया है, व्यक्ति परिसर में कैसे दाखिल हुआ और नारे लगाने के पीछे उसका मकसद क्या था। इस सब की जांच होनी चाहिए। हालांकि जहां तक मेरा सवाल है जब मैं वहां था तो वैसा कोई नारा नहीं लगा। क्योंकि अगर नारे हमारी उपस्थिति में लगाए गए, होते तो मुझे यकीन है कि कोई भी समझदार व्यक्ति या भारतीय नागरिक इसे बर्दाश्त नहीं कर पाएगा। हम जांच का इंतजार करेंगे और जो भी सामने आएगा, हम सार्वजनिक डोमेन में होंगे।

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