Jio Gemini Pro offer: रिलायंस जियो ने अपने यूज़र्स के लिए एक शानदार तोहफा लेकर आया है। अब सभी जियो अनलिमिटेड फाइव-जी यूज़र्स को 18 महीने के लिए बिल्कुल फ्री में गूगल जेमिनी प्रो प्लान मिलेगा, जो अब गूगल के लेटेस्ट जेमिनी 3 मॉडल के साथ अपग्रेड हो चुका है। टेलीकॉम कंपनी ने बताया, कि 35,100 रुपये की वैल्यू वाला ये बेनिफिट माईजियो ऐप के ज़रिए तुरंत मिल सकता है और अब ये सिर्फ युवाओं तक सीमित नहीं रहा। ये ऑफर उसी दिन आया है, जब गूगल ने अपना सबसे एडवांस्ड रीज़निंग मॉडल जेमिनी 3 को ग्लोबली रोलआउट किया है।
पहले सिर्फ युवाओं के लिए, अब सबके लिए-
जियो ने पहले जेमिनी एक्सेस सिर्फ यंग सब्सक्राइबर्स को ऑफर किया था लेकिन अब कंपनी ने इस प्लान को पूरे अनलिमिटेड फाइव-जी यूज़र बेस के लिए खोल दिया है। इस अपडेट में दो बड़े बदलाव हैं। पहला तो ये कि अब ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकते हैं और दूसरा ये कि अब इसमें गूगल का न्यूएस्ट जेमिनी 3 मॉडल भी इनक्लूड है। कंपनी ने कहा कि नया वर्ज़न उनके प्लान को मजबूत बनाता है कि ज्यादा से ज्यादा भारतीयों तक पावरफुल एआई पहुंचाया जाए।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई आज के दौर की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी है और ये हमारी ज़िंदगी को आसान बना रही है। चाहे होमवर्क हो, ऑफिस का काम हो, कोडिंग हो या फिर कोई भी सवाल हो, एआई तुरंत मदद करता है। और अब जियो के इस ऑफर से लाखों भारतीयों को ये ताकतवर एआई फ्री में मिल रहा है।
क्या है इस ऑफर की खास बातें-
इस ऑफर में बहुत कुछ है, जो यूज़र्स के लिए फायदेमंद है। सबसे पहली बात, तो ये कि जेमिनी प्रो प्लान जिसकी कीमत 35,100 रुपये है वो पूरे 18 महीने के लिए बिल्कुल फ्री मिल रहा है। ये ऑफर सभी जियो अनलिमिटेड फाइव-जी यूज़र्स के लिए अवेलेबल है। सबसे बड़ी बात ये, कि अब इसमें गूगल का लेटेस्ट जेमिनी 3 मॉडल इनक्लूड है जो पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट और पावरफुल है।
एक्टिवेशन भी बेहद आसान है। माईजियो ऐप में क्लेम नाउ बैनर के तहत सिर्फ वन-टैप में ये ऑफर एक्टिवेट हो जाता है। ऑफर 19 नवंबर 2025 से शुरू हो चुका है तो अगर आप जियो यूज़र हैं तो अभी जाकर चेक कर सकते हैं।
कैसे क्लेम करें ये फ्री ऑफर-
इस ऑफर को क्लेम करने के लिए आपके पास एक्टिव जियो सिम कार्ड होना चाहिए जिसमें अनलिमिटेड फाइव-जी प्लान हो। एक बार ये एलिजिबल हो गए तो एक्टिवेशन बेहद सिंपल है माईजियो ऐप के ज़रिए।
सबसे पहले माईजियो ऐप को ओपन करें या फिर इंस्टॉल करें अगर अभी तक नहीं किया है। ऐप के होम पेज पर अर्ली एक्सेस बैनर ढूंढें। उस पर क्लिक करके क्लेम नाउ सिलेक्ट करें। इसके बाद एक नया ब्राउज़र पेज खुलेगा जिसमें ऑफर की डिटेल्स दिखेगी। नीचे स्क्रॉल करें और एग्री बटन पर टैप करके कन्फर्म कर दें। एक्टिवेशन के बाद यूज़र्स जेमिनी ऐप ओपन करके चेक कर सकते हैं कि उनका प्रो प्लान एक्टिव हो गया है या नहीं।
पूरी प्रोसेस में बस कुछ मिनट लगते हैं और फिर आप दुनिया के सबसे एडवांस्ड एआई का मुफ्त में इस्तेमाल कर सकते हैं।
गूगल ने लॉन्च किया जेमिनी 3-
उसी दिन गूगल ने भी जेमिनी 3 का वर्ल्डवाइड रोलआउट अनाउंस किया है जो सर्च, एआई स्टूडियो और जेमिनी ऐप में अवेलेबल है। टेक जायंट ने इस रिलीज़ को आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस यानी एजीआई की दिशा में एक मेजर स्टेप बताया है।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा कि जेमिनी को दो साल पहले लॉन्च किया गया था और अब इसके 650 मिलियन मंथली यूज़र्स हैं और 13 मिलियन डेवलपर्स इस पर काम कर रहे हैं। नया मॉडल स्ट्रॉन्गर रीज़निंग एबिलिटीज़ ऑफर करता है और ये इंडिया समेत सभी देशों में अवेलेबल होगा। प्रो और अल्ट्रा यूज़र्स को हायर लिमिट्स मिलेंगी और जियो पार्टनरशिप से प्रो फीचर्स ज्यादा लोगों तक पहुंच रहे हैं।
उसके एआई प्रोडक्ट्स को इंडिया में बढ़ता हुआ ट्रैक्शन मिल रहा है, गूगल ने कहा। क्रिस स्ट्रूहर जो वाइस-प्रेज़िडेंट प्रोडक्ट जेमिनी ऐप हैं, उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स जेमिनी का इस्तेमाल होमवर्क के लिए बहुत करते हैं और इसकी वजह जियो के साथ मिलने वाला फ्री एक्सेस है।
गूगल डीपमाइंड के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर और चीफ एआई आर्किटेक्ट कोरे कावुक्चुओग्लू ने जेमिनी 3 को गूगल का सबसे इंटेलिजेंट मॉडल बताया जो मल्टीमोडल अंडरस्टैंडिंग, एजेंटिक कैपेबिलिटीज़ और वाइब कोडिंग के लिए बना है।
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जेमिनी 3 की खूबियां और परफॉर्मेंस-
गूगल ने बताया कि जेमिनी 3 पहले के वर्ज़न्स से बेंचमार्क्स में कहीं बेहतर परफॉर्म करता है। ये ह्यूमैनिटीज़ लास्ट एग्ज़ाम में 37.5 प्रतिशत रिकॉर्ड करता है जो साइंस, मैथ्स और ह्यूमैनिटीज़ में रीज़निंग टेस्ट करता है। ये मॉडल कोडिंग टास्क्स में भी जेमिनी 2.5 प्रो से बेहतर परफॉर्म करता है।
यूज़र्स जेमिनी 3 को कोडिंग के लिए एआई स्टूडियो, वर्टेक्स एआई और गूगल के एजेंटिक प्लेटफॉर्म एंटीग्रेविटी में ट्राई कर सकते हैं। ये कर्सर और दूसरे कोडिंग टूल्स में भी अवेलेबल होगा। इसका मतलब है कि अगर आप डेवलपर हैं या कोडिंग सीख रहे हैं तो ये एआई आपका काम बहुत आसान कर देगा।
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