Zohran Mamdani Controversy
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    Zohran Mamdani Controversy: न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार जोहरान ममदानी इन दिनों विवादों में घिरे हुए हैं। 4 नवंबर को होने वाले इस अहम चुनाव से ठीक पहले ममदानी एक ऐसे मामले में फंस गए हैं, जिसने भारतीय-अमेरिकी समुदाय में काफी हलचल मचा दी है। दरअसल, हाल ही में ममदानी कई मंदिरों में जूते पहनकर गए, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है।

    हिंदू विरासत पर गर्व जताने वाले ममदानी की चूक-

    जो उम्मीदवार अपनी “हिंदू हेरिटेज” पर गर्व जताता रहा है, वही आज धार्मिक परंपराओं का सम्मान न करने के आरोपों में घिर गया है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब ममदानी अपनी भारतीय पहचान को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे थे। मंदिर में जूते पहनकर जाना हिंदू धर्म में एक गंभीर अपमान माना जाता है और इस मामले ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

    इस हफ्ते की शुरुआत में ममदानी ने गर्व से कहा था, “मुझे इस बात पर गर्व है, कि मैं इस शहर का पहला भारतीय-अमेरिकी मेयर बनूंगा।” उन्होंने आगे कहा था, कि वे हिंदू धर्म के मूल्यों और परंपराओं के साथ बड़े हुए हैं। रक्षाबंधन और दिवाली जैसे त्योहारों ने उन्हें वे मूल्य सिखाए हैं, जो आज भी उनके दिल के करीब हैं। ममदानी ने अपने परिवार और साझा परंपराओं की भूमिका को भी स्वीकार किया था, जिसने उनकी भारतीय-अमेरिकी पहचान में मजबूती दी।

    सोशल मीडिया पर भड़के लोग-

    लेकिन जब मंदिर में जूते पहनकर जाने की तस्वीरें वायरल हुईं, तो सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, “हिंदू जोहरान के लिए। हिरण शेर के लिए। अमेरिकी राजनेता कहते हैं, कि भारतीय-अमेरिकी अपने समर्थन के बदले में सिर्फ सेल्फी मांगते हैं। उन्होंने उनसे मंदिर के अंदर जूते उतारने के लिए भी नहीं कहा।”

    एक अन्य यूजर ने लिखा, “मुसलमान भी अपनी मस्जिद में जूते पहनकर नहीं जाते और यह मंदिर में ऐसा कर रहे हैं।” एक नाराज यूजर ने सवाल उठाया, “आखिर वह मंदिर के अंदर जूते क्यों पहन रहे हैं, खासकर जब बाकी सभी नंगे पैर हैं? कौन हैं ये बुद्धिहीन भक्त जिन्होंने उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी?”

    भारतीय डायस्पोरा की मानसिकता पर सवाल-

    एक अन्य यूजर ने भारतीय हिंदू प्रवासी समुदाय की मानसिकता पर भी टिप्पणी करते हुए कहा, “हमारे भारतीय हिंदू डायस्पोरा की यह सेलिब्रिटी वैलिडेशन की जुनूनी प्रकृति उनकी झूठी धर्मनिरपेक्षता को उजागर करती है। यह केवल उनके धर्म के साथ सतही जुड़ाव और पब्लिसिटी, पैसे और पावर के साथ उनके मजबूत जुड़ाव को दर्शाता है।”

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    क्या पड़ेगा चुनाव पर असर?

    अब सवाल यह उठता है, कि क्या यह विवाद ममदानी की चुनावी संभावनाओं को प्रभावित करेगा? न्यूयॉर्क में भारतीय-अमेरिकी समुदाय एक महत्वपूर्ण वोट बैंक है और इस तरह की गलती उनके लिए महंगी साबित हो सकती है। जो उम्मीदवार खुद को हिंदू संस्कृति और परंपराओं से जुड़ा बताता रहा है, उसी का यह कृत्य कई लोगों को निराश कर गया है।

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