Cyber Crime
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    Cyber Crime: बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार, अक्षय कुमार ने हाल ही में 2025 के साइबर अवेयरनेस मंथ के लॉन्च इवेंट में अपनी बेटी के साथ हुए एक डरावने ऑनलाइन अनुभव का खुलासा किया। अभिनेता ने बताया, कि कैसे एक आम सा गेमिंग इंटरैक्शन अचानक खतरनाक बन गया। उन्होंने यह कहानी सरकार के अधिकारियों और छात्रों के सामने साझा करते हुए कहा, कि डिजिटल दुनिया बच्चों के लिए हमेशा सुरक्षित नहीं होती। अक्षय ने स्पष्ट किया, कि ऑनलाइन प्रीडेटर्स अक्सर बच्चों को गेम्स और कैज़ुअल चैट्स के जरिए मैनिपुलेट करने की कोशिश करते हैं।

    गेमिंग चैट से डरावना मोड़-

    अक्षय कुमार ने बताया, कि उनकी बेटी एक वीडियो गेम खेल रही थी, जिसमें उसे स्ट्रेंजर्स से कनेक्ट करने का मौका मिला। शुरुआत में चैट बिलकुल इनोसेंट थी, जैसे मैसेज आए – “थैंक यू, दैट वाज़ ग्रेट” और “यू आर डूइंग सो गुड।” यह सब रिस्पेक्टफुल और फ्रेंडली लग रहा था। लेकिन अचानक बातचीत का रुख बदल गया। स्ट्रेंजर ने बेटी से उसके लोकेशन और जेंडर के बारे में सवाल करना शुरू कर दिया। बेटी ने सच बताकर कहा, कि वह मुंबई की रहने वाली लड़की है।

    इसके तुरंत बाद स्ट्रेंजर ने उससे न्यूड पिक्चर्स भेजने के लिए कहा। अक्षय ने बताया, कि उनकी बेटी ने तुरंत गेम बंद कर दिया और अपनी मां को पूरी घटना बताई। उन्होंने अपनी बेटी की इस क्विक थिंकिंग की तारीफ की, लेकिन साथ ही चेतावनी दी, कि कई बच्चे ऐसे ट्रैप्स में फंस जाते हैं, जिससे एक्सटॉर्शन या और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया, कि कुछ मामलों में यंग विक्टिम्स ऑनलाइन हैरसमेंट के चलते सुसाइडल थॉट्स तक दिखा चुके हैं।

    स्कूलों में साइबर सुरक्षा की शिक्षा की अपील-

    इवेंट के दौरान अक्षय कुमार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपील की, कि स्कूलों के टाइमटेबल में Cyber Crime अवेयरनेस क्लासेस को शामिल किया जाए। उनका सुझाव था, कि 7वीं से 10वीं तक के छात्रों के लिए हर हफ्ते एक डेडिकेटेड पीरियड होना चाहिए, जिसमें उन्हें ऑनलाइन थ्रेट्स और सुरक्षित व्यवहार के बारे में पढ़ाया जाए। उन्होंने कहा, “क्योंकि यह क्राइम स्ट्रीट क्राइम से बड़ा बनता जा रहा है।”

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    भारत में बच्चों को टारगेट करने वाले साइबर हैरसमेंट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। एक्सपर्ट्स भी स्ट्रक्चर्ड अवेयरनेस प्रोग्राम्स की जरूरत पर जोर दे रहे हैं, खासकर तब जब बच्चे घंटों गेमिंग प्लेटफॉर्म्स, चैट रूम्स और सोशल मीडिया में समय बिताते हैं।

    इस तरह की घटनाएं याद दिलाती हैं, कि ऑनलाइन सुरक्षा केवल माता-पिता या स्कूलों की जिम्मेदारी नहीं हो सकती। इसके लिए गवर्नमेंट, एजुकेटर्स और टेक्नोलॉजी कंपनीज़ का कॉर्डिनेटेड एफर्ट जरूरी है। घरों में बच्चों के साथ ओपन बातचीत करना, कि सस्पिशियस रिक्वेस्ट्स का सामना कैसे करें, बहुत फर्क डाल सकता है। अक्षय कुमार की बेटी ने तुरंत घटना की रिपोर्ट की, जो दिखाता है, कि फैमिली में कम्युनिकेशन कितना महत्वपूर्ण है।

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