Hyderabad Dandiya Event Attack
    Photo Drag From X Video

    Hyderabad Dandiya Event Attack: हैदराबाद में नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर समाज में बढ़ती असहिष्णुता और सांप्रदायिक सोच को उजागर कर दिया है। द पार्क होटल में आयोजित एक डांडिया कार्यक्रम में एक युवा छात्र के साथ सिर्फ इसलिए मारपीट की गई, क्योंकि उसका नाम एक खास समुदाय से जुड़ा था। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है। यह घटना उस समय हुई, जब कुछ हिंदू संगठनों ने डांडिया आयोजकों से अपील की थी, कि वे दूसरे समुदायों के लोगों को कार्यक्रम में शामिल न होने दें और प्रवेश से पहले आधार कार्ड की जांच करें और तिलक लगाएं।

    दोस्तों के साथ डांडिया खेलने गया था युवक-

    25 वर्षीय नेहान अली खान एक इंजीनियरिंग का छात्र है। 29 सितंबर की रात को वह अपने दोस्तों के साथ राज भवन चिल्ला के पास स्थित द पार्क होटल में डांडिया खेलने गया था। नवरात्रि का माहौल था, हर तरफ रंग-बिरंगी पोशाकें, संगीत और डांडिया की थाप पर थिरकते लोग। नेहान भी अपने दोस्तों के साथ पूरे उत्साह से डांडिया खेल रहा था। वह यह सोचकर गया था, कि यह एक सार्वजनिक कार्यक्रम है, जहां हर कोई आ सकता है और त्योहार का आनंद ले सकता है। लेकिन उसे नहीं पता था, कि उसके साथ क्या होने वाला है।

    कार्यक्रम के दौरान अचानक कुछ अनजान लोग उसके पास आए और उसका नाम पूछने लगे। शुरुआत में नेहान को कुछ समझ नहीं आया, कि आखिर ये लोग क्यों उसका नाम जानना चाहते हैं। लेकिन जब उसने सहजता से अपना नाम बता दिया, तो उन लोगों का व्यवहार एकदम बदल गया। नाम सुनते ही उन्हें पता चल गया, कि नेहान एक अलग समुदाय से है और फिर जो हुआ वह पूरी तरह से अमानवीय और शर्मनाक था।

    नाम बताते ही शुरू हो गई बेरहम पिटाई-

    नेहान ने अपनी शिकायत में बताया, कि जैसे ही उसने अपना नाम बताया, वे लोग अचानक से आक्रामक हो गए और उस पर हमला करने लगे। उन्होंने उसे बुरी तरह से पीटना शुरू कर दिया। नेहान को कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि आखिर उसकी क्या गलती है। वह तो बस अपने दोस्तों के साथ नवरात्रि का त्योहार मना रहा था। लेकिन कुछ लोगों की संकीर्ण मानसिकता ने उसके साथ ऐसा बर्ताव किया, मानो उसने कोई बड़ा अपराध कर दिया हो।

    किसी तरह नेहान उन लोगों के चंगुल से बचने में कामयाब रहा। वह भागकर पुलिस की मदद से पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन पहुंच गया। वहां उसने पूरी घटना की जानकारी दी और शिकायत दर्ज कराई। बाद में पता चला, कि हमलावरों में लक्ष्मण, दीपक, भरत, चंद्र कांत और कुछ अन्य लोग शामिल थे। नेहान ने अपनी शिकायत में कहा, कि इन लोगों ने गैरकानूनी तरीके से डांडिया हॉल में घुसकर उस पर हमला किया और उसे शारीरिक नुकसान पहुंचाया।

    पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी-

    नेहान की शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इनमें आपराधिक अतिचार, स्वेच्छा से चोट पहुंचाना और अन्य धाराएं शामिल हैं। पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है। यह घटना इस बात का सबूत है, कि कैसे कुछ लोग त्योहारों के पवित्र माहौल को भी अपनी संकीर्ण सोच से दूषित कर देते हैं।

    इस घटना से पहले कुछ हिंदू संगठनों ने डांडिया आयोजकों से अपील की थी, कि वे दूसरे समुदायों के लोगों को कार्यक्रम में प्रवेश न दें। उन्होंने सुझाव दिया था, कि प्रवेश से पहले आधार कार्ड की जांच की जाए और तिलक लगाया जाए। हालांकि यह सुझाव कितना उचित या कानूनी रूप से सही है, यह एक अलग बहस का विषय है। लेकिन इस तरह के बयान और अपील समाज में एक गलत संदेश देते हैं और लोगों को बांटने का काम करते हैं।

    त्योहार हैं एकता के प्रतीक-

    यह घटना बेहद दुखद और चिंताजनक है। नवरात्रि जैसा पावन त्योहार जो खुशियों, रंगों और एकता का प्रतीक है, उसमें इस तरह की नफरत और हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। हर व्यक्ति को अपने धर्म, जाति या समुदाय की परवाह किए बिना किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होने का अधिकार है। किसी को भी सिर्फ उसके नाम या धर्म के आधार पर निशाना नहीं बनाया जा सकता।

    ये भी पढ़ें- ₹100 का सिक्का जारी! RSS के 100 साल पर PM Modi ने किया जारी, जानिए कहां खरीद सकेंगे आप

    नेहान के साथ जो हुआ वह न केवल उसके साथ अन्याय है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए शर्म की बात है। यह घटना हमें याद दिलाती है, कि अभी भी हमारे बीच ऐसे लोग मौजूद हैं, जो धर्म और समुदाय के नाम पर लोगों को बांटना चाहते हैं। ऐसे में जरूरी है, कि समाज एक होकर इस तरह की सोच का विरोध करे और यह सुनिश्चित करे, कि हर व्यक्ति बिना किसी डर के त्योहारों का आनंद ले सके।

    ये भी पढ़ें- Cement पर कम हुई 10% GST! क्या सस्ते होंगे मकान?