President and PM Salary: आज के जमाने में जब हर इंसान अपनी नौकरी और तनख्वाह को लेकर परेशान रहता है, तो यह जानना दिलचस्प होगा, कि हमारे देश के सबसे बड़े पदों पर बैठे लोग कितना कमाते हैं। भारत के संवैधानिक पदों से लेकर रक्षा क्षेत्र तक, हर पद का अपना महत्व और उसके अनुसार तनख्वाह का ढांचा है।
राष्ट्रपति देश का सबसे सम्मानित पद-
भारत के राष्ट्रपति को देश का पहला नागरिक माना जाता है। यह पद केवल सम्मान का नहीं, बल्कि पैसों के हिसाब से भी काफी शानदार है। राष्ट्रपति की महीने भर की तनख्वाह 5 लाख रुपए है, जो राष्ट्रपति भत्ता और पेंशन अधिनियम 1951 के अनुसार तय की गई है। इससे भी मजेदार बात यह है, कि राष्ट्रपति को आयकर देने की जरूरत नहीं होती।
राष्ट्रपति भवन, जो दुनिया का सबसे बड़ा राष्ट्रपति निवास है, में रहने की सुविधा बिल्कुल मुफ्त है। इसके अलावा दुनियाभर में रेल और हवाई जहाज से यात्रा करने की सुविधा, पूरी चिकित्सा देखभाल और दफ्तरी खर्चों के लिए सालाना 1 लाख रुपए का भत्ता भी मिलता है। निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा चुने जाने वाले राष्ट्रपति का यह पूरा पैकेज वास्तव में शानदार है।
उप-राष्ट्रपति राज्यसभा के अध्यक्ष-
देश का दूसरा सबसे ऊंचा संवैधानिक पद उप-राष्ट्रपति का है। उनकी मासिक तनख्वाह 4 लाख रुपए है। राज्यसभा की कार्यवाही को संभालने और जरूरत पड़ने पर राष्ट्रपति के कर्तव्यों को निभाने वाले उप-राष्ट्रपति को भी काफी अच्छी सुविधाएं मिलती हैं। मुफ्त आवास, चिकित्सा सेवा, यात्रा सुविधा, संचार सेवाएं और व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ-साथ खास कर्मचारी भी उपलब्ध होते हैं।
प्रधानमंत्री सरकार का मुखिया-
भारत के प्रधानमंत्री, जो असल में देश की सरकार चलाते हैं, उनकी मासिक तनख्वाह 1.66 लाख रुपए। इसमें मूल वेतन 50,000 रुपए, खर्च भत्ता 3,000 रुपए, संसदीय भत्ता 45,000 रुपए शामिल है। इसके साथ ही अन्य सुविधाएं काफी व्यापक हैं। सरकारी गाड़ियों, हवाई जहाज की सुविधा, विदेशी दौरों के दौरान सभी खर्चे सरकार उठाती है और सरकारी आवास, स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप की सुरक्षा। कुल मिलाकर यह पैकेज काफी कीमती है।
सांसद जनता के प्रतिनिधि-
लोकसभा के सदस्य जो सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं, उनकी मासिक तनख्वाह 1 लाख रुपए है। हर पांच साल में दैनिक भत्तों के रूप में इसमें बढ़ोतरी भी होती रहती है। मूल वेतन 50,000 रुपए मासिक है, संसद सत्र और समिति की बैठकों में हाजिरी के लिए 2,000 रुपए दैनिक भत्ता मिलता है। सड़क यात्रा के लिए 16 रुपए प्रति किलोमीटर का यात्रा भत्ता, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता 45,000 रुपए मासिक और दफ्तरी खर्चों के लिए 45,000 रुपए मासिक भत्ता दिया जाता है। इसमें स्टेशनरी और डाक के लिए अलग से 15,000 रुपए का प्रावधान है।
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पैसों के हिसाब से तुलना-
यदि हम इन सभी पदों की पैसों के हिसाब से तुलना करें, तो राष्ट्रपति का पद साफ तौर पर सबसे फायदेमंद है। टैक्स की छूट और व्यापक भत्तों के साथ यह पैकेज काफी आकर्षक है। उप-राष्ट्रपति का पद दूसरे नंबर पर आता है। इन सभी पदों में एक समान बात यह है, कि तनख्वाह के अलावा मिलने वाली सुविधाओं और सुरक्षा की कीमत काफी ज्यादा है। यह केवल पैसों की भरपाई नहीं है, बल्कि इन पदों की गरिमा और जिम्मेदारी को दर्शाता है। आम आदमी के लिए ये आंकड़े दिलचस्प हैं, क्योंकि यह दिखाता है, कि हमारे देश के नेता कितना कमाते हैं और उन्हें क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं।
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