Drug Trafficking: हाल ही में एयरपोर्ट पर एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरी दुनिया को हिला दिया है। महज 6 साल के एक ब्रिटिश बच्चे के सूटकेस से 14 किलो गांजा बरामद हुआ है। यह केस इतना गंभीर है, कि मॉरीशस के अधिकारियों ने इसे "हाल के वर्षों में सबसे घिनौने मामलों में से एक" बताया है।
मॉरीशस की सर सीवूसागुर रामगुलाम एयरपोर्ट पर गत सप्ताह गैटविक से ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट से उतरे 8 लोगों के ग्रुप में यह मासूम बच्चा भी शामिल था। जब कस्टम अधिकारियों ने उनकी जांच की तो सच्चाई सामने आई कि इन लोगों के पास कुल मिलाकर 161 किलो से ज्यादा गांजा छुपाकर रखा गया था, जिसकी कीमत लगभग 1.6 मिलियन यूरो यानी करीब 18.8 करोड़ रुपए आंकी गई है।
Drug Trafficking बच्चे को बनाया हथियार-
न्यूज़18 के मुताबिक, सबसे दिल दहलाने वाली बात यह है कि इस 6 साल के बच्चे के सूटकेस में 24 पैकेट ड्रग्स रखे गए थे, जो साफ सेलोफेन में लिपटे हुए थे। मॉरीशस के अधिकारियों का कहना है कि बच्चे को बिल्कुल पता नहीं था कि उसके बैग में क्या रखा गया है। यह बात और भी दुखदायी है कि ड्रग तस्करों ने एक मासूम बच्चे का इस्तेमाल अपने गंदे धंधे के लिए किया। अधिकारियों ने इस घटना को "अपमानजनक और अमानवीय" करार दिया है। उनका कहना है कि एक छोटे बच्चे को ड्रग ट्रांसपोर्ट के लिए इस्तेमाल करना बेहद शर्मनाक है और यह दिखाता है कि ये तस्कर कितने गिर चुके हैं।
Drug Trafficking मां भी थी शामिल-
इस पूरे मामले में सबसे दुखद बात यह है कि इस बच्चे की मां भी इस ड्रग रैकेट का हिस्सा थी। उसके बैग से भी 17 किलो ड्रग्स बरामद हुए हैं। एक मां होकर अपने बच्चे को इस तरह के गैरकानूनी काम में शामिल करना किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता। गिरफ्तार किए गए 8 लोगों में से 7 ब्रिटिश नागरिक हैं, जबकि एक रोमानियाई नागरिक है जो ब्रिटेन में रहता है। सभी आरोपियों पर ड्रग ट्रैफिकिंग के गंभीर आरोप लगाए गए हैं और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया है।
हाईटेक तस्करी का जाल-
इस केस में जो बात सबसे चौंकाने वाली है वह यह है कि सभी आरोपियों के पास Apple AirTags मिले हैं। ये छोटे डिवाइस किसी भी चीज़ से चिपकाकर उसकी लोकेशन ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल होते हैं। अधिकारियों का मानना है, कि इन AirTags का इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय ड्रग ट्रैफिकिंग गैंग अपनी शिपमेंट पर नज़र रखने के लिए करते हैं। सभी संदिग्धों के पास इसके अलावा 900 पाउंड तक कैश भी मिला है। यह दिखाता है, कि यह मामला कोई छोटा-मोटा मामला नहीं है, बल्कि एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
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बच्चे की सुरक्षा पहली प्राथमिकता-
अधिकारियों ने इस बात का खास ख्याल रखा है कि बच्चे के साथ कोई अन्याय न हो। चूंकि वह इस पूरे मामले में निर्दोष है और उसे पता ही नहीं था कि उसके बैग में क्या है, इसलिए उसे वापस यूके भेज दिया गया है जहां वह अपने पिता के साथ रह रहा है।
यह केस एक बार फिर से दिखाता है कि ड्रग तस्कर अपने गंदे धंधे के लिए किस हद तक गिर सकते हैं। एक मासूम बच्चे को अपने नापाक कामों में फंसाना किसी भी सभ्य समाज के लिए स्वीकार्य नहीं हो सकता। मॉरीशस पुलिस ने इस लीड के आधार पर होटलों में और भी रेड्स की हैं क्योंकि संदेह है कि और भी विदेशी यात्री ड्रग्स ट्रांसपोर्ट कर रहे हो सकते हैं। हालांकि अभी तक कोई और गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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