Sunita Williams Space: अंतरिक्ष से धरती का नज़ारा कितना अद्भुत होता होगा, यह हम केवल कल्पना ही कर सकते हैं। लेकिन भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने हाल ही में बताया कि अंतरिक्ष से हमारा भारत कैसा दिखता है। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने लंबे मिशन से लौटने के बाद मीडिया से बातचीत में सुनीता ने अपने इस अनुभव को साझा किया।
Sunita Williams Space हिमालय का अद्भुत नज़ारा-
सुनीता विलियम्स ने कहा, "भारत वाकई अद्भुत है।" उन्होंने अंतरिक्ष से हिमालय का नज़ारा देखने का अपना अनुभव साझा करते हुए बताया, "हर बार जब हम हिमालय के ऊपर से गुज़रते थे, हमें अविश्वसनीय तस्वीरें मिलतीं। यह एक लहर की तरह दिखता था जो भारत की ओर बहता है।" उन्होंने आगे बताया कि अंतरिक्ष से दिखने वाले रंग कितने जीवंत होते हैं, खासकर जब परिदृश्य गुजरात और मुंबई की ओर बदलता है। सुनीता ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा, यह 'यहां आ रहा है' का एक संकेत देता है। बड़े शहरों से लेकर छोटे शहरों तक रोशनी के नेटवर्क दिखाई देते थे।
అంతరిక్షం నుంచి భారత్ అద్భుతంగా కనిపిస్తుంది.
హిమాలయాల మీదుగా ప్రయాణించినప్పుడు అందమైన ఫొటోలు తీశాను.
త్వరలో IND ఎయిర్ ఫోర్స్ పైలట్ శుభాంశు శుక్లా స్పేస్లోకి వెళ్లడం సంతోషకరం - నాసా వ్యోమగామి సునీత విలియమ్స్
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— Tupaki (@tupaki_official) April 1, 2025
Sunita Williams Space पिता की मातृभूमि से गहरा जुड़ाव-
सुनीता विलियम्स ने अपने पिता के वतन से फिर से जुड़ने की उत्सुकता भी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मैं अपने पिता के देश वापस आ सकूंगी और मुझे एक्सिओम मिशन के साथ भारतीय अंतरिक्ष यात्री के अंतरिक्ष में जाने के बारे में जानकर बहुत उत्साह है।" उनका यह कथन निजी अंतरिक्ष उद्यमों के साथ भारत के सहयोग की ओर इशारा करता है।
भारतीय मूल की इस अंतरिक्ष यात्री ने भारत को एक "महान देश" और "अद्भुत लोकतंत्र" बताते हुए, अंतरिक्ष अन्वेषण में इसकी प्रगति की सराहना की और इसके प्रयासों का समर्थन करने की अपनी इच्छा व्यक्त की। गौरतलब है कि भारत अपने गगनयान कार्यक्रम के माध्यम से मानव अंतरिक्ष उड़ान में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है, जिसका लक्ष्य 2026 तक अंतरिक्ष यात्रियों को कक्षा में भेजना है।
Sunita Williams Space NASA और ISRO के बीच बढ़ता सहयोग-
सुनीता विलियम्स के विचार NASA और ISRO के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाते हैं, जिसमें NISAR जैसे संयुक्त मिशन भी शामिल हैं। NISAR एक पृथ्वी-अवलोकन उपग्रह है जिसे दोनों अंतरिक्ष एजेंसियों ने मिलकर विकसित किया है। NASA की सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्रियों में से एक के रूप में, सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में 322 से अधिक दिन बिताए हैं। उनके विचार न केवल ऊपर से भारत की सुंदरता को उजागर करते हैं, बल्कि अपनी विरासत पर उनके गर्व और अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत के भविष्य के प्रति उनके आशावाद को भी दर्शाते हैं।

अंतरिक्ष से भारत की यादगार तस्वीरें-
सुनीता विलियम्स के अनुसार, अंतरिक्ष से हिमालय का दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। वे अक्सर अपने सहयोगियों के साथ इस दृश्य को देखने के लिए उत्साहित रहती थीं। उन्होंने बताया कि जब ISS भारत के ऊपर से गुजरता था, तो हिमालय की चोटियां एक विशाल पर्वत श्रृंखला के रूप में दिखाई देती थीं, जो अपनी भव्यता से सभी को मंत्रमुग्ध कर देती थीं। "रात के समय भारत का नज़ारा और भी अद्भुत होता है," सुनीता ने आगे बताया। "शहरों की रोशनी एक जटिल नेटवर्क के रूप में फैली हुई दिखती है, जिससे पता चलता है कि भारत कितना विशाल और विविध है।"
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम पर टिप्पणी-
सुनीता विलियम्स ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की प्रगति पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "मुझे भारत के गगनयान मिशन से बहुत उम्मीदें हैं। ISRO ने पिछले कुछ वर्षों में जो प्रगति की है, वह वाकई प्रभावशाली है।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे भविष्य में भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों के साथ काम करने की आशा करती हैं। उन्होंने कहा, अंतरिक्ष अन्वेषण एक वैश्विक प्रयास है, और मुझे खुशी है कि भारत इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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भविष्य में भारत आने की इच्छा-
सुनीता विलियम्स ने अपने पिता के देश भारत के प्रति गहरा प्रेम व्यक्त किया और भविष्य में यहां आने की अपनी इच्छा जताई। उन्होंने कहा, "मेरे पिता हमेशा भारत के बारे में बात करते थे, और मुझे खुशी है कि मैं अंतरिक्ष से इसकी सुंदरता को देख सकी। मैं जल्द ही भारत आना चाहती हूं और यहां के वैज्ञानिकों और छात्रों से मिलना चाहती हूं।"
उन्होंने यह भी कहा, कि वे ISRO के साथ अपने अनुभव साझा करना चाहती हैं और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में योगदान देना चाहती हैं। "मुझे विश्वास है कि भारत अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में महान ऊंचाइयों को छुएगा," उन्होंने अपनी बात समाप्त की।सुनीता विलियम्स के ये विचार न केवल एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में उनके अनुभवों को दर्शाते हैं, बल्कि एक भारतीय-अमेरिकी के रूप में उनके देश के प्रति प्रेम और गर्व को भी प्रकट करते हैं। अंतरिक्ष से भारत का नज़ारा शायद हम सबके लिए सिर्फ कल्पना का विषय है, लेकिन सुनीता के शब्दों ने हमें इस अनुभूति से थोड़ा और करीब ला दिया है।
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