Mappls Map
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    Mappls Map: Arattai और Zoho के बाद अब Mappls भारत के स्वदेशी अभियान में एक नया नाम बनकर उभरा है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को इस ऐप का इस्तेमाल करते हुए एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने इसे Google Maps के एक बेहतरीन देसी विकल्प के रूप में पेश किया। MapmyIndia द्वारा विकसित यह डिजिटल मैप और जियोस्पेशियल टेक्नोलॉजी ऐप अब सरकार के भरोसे और समर्थन को हासिल कर चुका है। मंत्री वैष्णव ने X पर लिखा, “स्वदेशी ‘Mappls’ by MapmyIndia। अच्छे हैं… जरूर ट्राई करें।”

    Google Maps से कैसे है अलग?

    जहां Google Maps आज लाखों भारतीयों की पहली पसंद है, वहीं कई बार इस ऐप ने यूजर्स को मुश्किल में भी डाला है। गलत नेविगेशन की वजह से लोग अनजान जगहों पर फंस गए या गलत रास्ते पर चले गए। नवंबर 2024 में उत्तर प्रदेश में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब शादी में जा रहे तीन लोगों की गाड़ी नदी में गिर गई। कहा जाता है, कि Google Maps ने उन्हें एक अधूरे पुल की ओर गाइड कर दिया था। इसी तरह की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए Mappls ने अपने ऐप में कई खास फीचर्स जोड़े हैं।

    मंत्री वैष्णव ने बताया, कि जहां भी कोई ओवरब्रिज या अंडरपास है, Mappls ऐप यूजर्स को तीन आयामी (3D) junction view देता है। इससे किसी भी तरह की गलती या भ्रम की संभावना खत्म हो जाती है। यह फीचर खासतौर पर उन जगहों के लिए काफी उपयोगी है, जहां रास्ते मुश्किल होते हैं और एक गलती बड़ी परेशानी बन सकती है। इसके अलावा, Mappls मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स में भी काम करता है और यूजर्स को विभिन्न फ्लोर्स तक पहुंचने का सही रास्ता दिखाता है।

    डेटा सिक्योरिटी पर जोर-

    Mappls की सबसे बड़ी खासियत यह है, कि इसका सारा मैप डाटा data और यूज़र्स की जानकारी भारत के अंदर ही स्टोर होता है। आज के समय में जब डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी बड़ी चिंता का विषय बन गई है, खासकर विदेशी प्लेटफॉर्म्स के मामले में, Mappls यूजर्स को यह भरोसा देता है, कि उनकी जानकारी सुरक्षित हाथों में है। यह डाटा का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता को मजबूत बनाता है।

    भारतीय रेलवे के साथ भी जुड़ेगा Mappls-

    मंत्री वैष्णव ने यह भी संकेत दिया, कि Mappls का भारतीय रेलवे के साथ भी जल्द ही एक समझौता होने वाला है। इस MoU के माध्यम से देश में रेलवे नेविगेशन को और बेहतर बनाया जाएगा। ट्रेन यात्रियों के लिए यह एक बड़ी सुविधा साबित हो सकती है, जहां स्टेशन लेआउट, प्लेटफॉर्म जानकारी और ट्रेन की लोकेशन जैसी डिटेल्स आसानी से उपलब्ध होंगी।

    भारत का पहला डिजिटल एड्रेस सिस्टम-

    MapmyIndia Mappls ने इंडिया के साथ मिलकर एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। कंपनी ने DIGIPIN (Digital Postal Index Number) को अपने Mappls ऐप प्लेटफॉर्म में एकीकृत किया है, जो भारत का पहला व्यापक डिजिटल एड्रेस सिस्टम है। MapmyIndia Mappls के को-फाउंडर, चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश वर्मा ने बताया, कि यह कॉलैबरेशन यूजर्स को अधिक सटीक परिणाम देने में सक्षम बनाएगा।

    डाक विभाग ने IIT हैदराबाद और ISRO के NRSC के साथ मिलकर DIGIPIN को एक ऑपन सोर्स, interoperable, geo-coded, grid-based डिजिटल एड्रेस सिस्टम के रूप में विकसित किया है। यह सिस्टम पूरे भारत में 3.8 मीटर वर्ग ब्लॉक के लिए एक कोड या कॉर्डिनेट जनरेट करता है। यूजर्स को DIGIPIN प्लेटफॉर्म पर पिन पॉइंट करना होता है, जो डिजिटल कॉर्डिनेट्स बनाता है। इसे पोस्टल एड्रेस के साथ इस्तेमाल करने पर बेहद उच्च स्तर की एक्यूरेसी मिलती है।

    वर्मा ने बताया कि Mappls PIN, DIGIPIN के साथ मिलकर फ्लोर नंबर और यहां तक कि घर या फ्लैट नंबर भी दिखा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां Mappls PIN सक्रिय नहीं है, वहां ऐप नजदीकी लैंडमार्क को रैफरेंस पॉइंट बनाकर PIN जनरेट करेगा। यह फीचर खासतौर पर उन इलाकों के लिए गेम-चेंजर साबित होगा जहां प्रोपर एड्रेसिंग सिस्टम नहीं है।

    स्वदेशी ऐप्स को मिल रहा सरकारी समर्थन-

    केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव की ओर से Mappls ऐप को मिली यह मान्यता भारत की होमग्रोन टेक्नोलॉजी क्षमताओं के लिए एक मजबूत एंडोर्समेंट है। यह भारत के ‘स्वदेशी’ अभियान को गति देने वाला कदम है। मंत्री वैष्णव ने कुछ हफ्ते पहले ही कैबिनेट ब्रीफिंग में जोहो कॉर्पोरेशन का भी जिक्र किया था।

    इसी तरह, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर Arattai ऐप को WhatsApp के “स्वदेशी” विकल्प के रूप में एंडोर्सन किया था। इसके तुरंत बाद Arattai कई सुर्खियों में आया और यूजर्स की ओर से इसे जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। Zoho Corporation के चीफ साइंटिस्ट श्रीधर वेम्बू ने बताया, कि नवंबर के लिए एक बड़ी रिलिज़ प्लान की गई थी, हालांकि ऐप पहले ही वायरल हो चुका है।

    चेन्नई स्थित टेक्नोलॉजी फर्म Zoho ने Arattai ऐप लॉन्च किया था। Arattai, जिसका तमिल में मतलब कैज़ुअल चैट है, लोगों को मैसेज, इमेज, वीडियो और डॉक्यूमेंट भेजने, वॉयस और वीडियो कॉल करने, स्टोरीज शेयर करने और चैनल मैनेज करने की सुविधा देता है।

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    आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम-

    Mappls, Arattai और Zoho जैसे स्वदेशी ऐप्स का उदय भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये ऐप्स न केवल विदेशी प्लेटफॉर्म्स का विकल्प प्रदान कर रहे हैं, बल्कि भारतीय यूजर्स की जरूरतों को ध्यान में रखकर बेहतर फीचर्स भी दे रहे हैं। सरकार का इन ऐप्स को मिल रहा समर्थन यह संकेत देता है कि आने वाले समय में और भी ऐसे देसी इनोवेशन देखने को मिल सकते हैं।

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    डेटा सिक्योरिटी, बेहतर नेविगेशन, और भारतीय परिस्थितियों के अनुकूल फीचर्स के साथ Mappls एक ऐसा ऐप बन सकता है जो न सिर्फ शहरी बल्कि ग्रामीण भारत में भी नेविगेशन को आसान बना दे। जैसे-जैसे अधिक यूजर्स इन स्वदेशी ऐप्स को अपनाएंगे, भारत की टेक इंडस्ट्री और मजबूत होगी और देश वैश्विक डिजिटल मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान बना सकेगा।