Vastu Tips: भारतीय संस्कृति में पूजा घर को घर का सबसे पवित्र और ऊर्जावान स्थान माना जाता है। यहां हर वस्तु का अपना एक विशेष महत्व होता है, फिर चाहे वो एक छोटा सा दीपक हो या जल से भरा लोटा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूजा घर में रखा गया वही लोटा अगर सही ढंग से न रखा जाए, तो वह आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है? वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि कुछ विशेष गलतियां आपके घर से मां लक्ष्मी की कृपा को दूर कर सकती हैं। आइए जानते हैं, पूजा घर में लोटा रखने से जुड़ी वे गलतियां जो आपको भारी नुकसान दे सकती हैं।
Vastu Tips गलत धातु का लोटा दरिद्रता का कारक-
अक्सर देखा जाता है, कि लोग पूजा घर में प्लास्टिक या स्टील का लोटा रख लेते हैं। यह सुविधा के लिहाज़ से आसान तो होता है, लेकिन वास्तुशास्त्र में इसे पूरी तरह से वर्जित माना गया है। प्लास्टिक और स्टील ऐसी धातुएं हैं जो ऊर्जा के प्रवाह को रोकती हैं और नकारात्मकता को बढ़ावा देती हैं। यही कारण है कि इनसे बने बर्तनों को पूजा में उपयोग करना अशुभ माना गया है। इसके विपरीत तांबे और पीतल की धातुएं ऊर्जा को संचारित करती हैं और वातावरण को शुद्ध बनाए रखती हैं। जब आप पूजा में तांबे या पीतल के लोटे का प्रयोग करते हैं, तो न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से वह शुद्ध होता है, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी वह आपके आसपास की सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखता है।
Vastu Tips पूजा घर में लोटे की दिशा भी रखती है खास महत्व-
वास्तुशास्त्र में पूजा घर की दिशा जितनी महत्वपूर्ण होती है, उतनी ही महत्वपूर्ण होती है वहां रखे सामान की दिशा और स्थिति। यदि लोटा गलत दिशा में या दीवार से सटा कर रखा गया है, तो इससे ऊर्जा का प्रवाह रुक जाता है और घर में मानसिक तनाव, धन की कमी और अशांति जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। लोटे को हमेशा ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहाँ वह उत्तर-पूर्व दिशा की ओर हो और किसी ऊँचे, साफ-सुथरे स्थान पर रखा गया हो। उसे सीधा ज़मीन पर रखने के बजाय किसी कपड़े या लकड़ी के पटरे पर रखना शुभ माना जाता है। साथ ही, लोटे को दीवार से थोड़ा हटाकर रखना भी आवश्यक है, जिससे उसके चारों ओर ऊर्जा का सहज संचार बना रहे।
Vastu Tips लोटे की सफाई में लापरवाही बन सकती है दुर्भाग्य की जड़-
कई बार लोग पूजा घर में रखे लोटे की सफाई को हल्के में ले लेते हैं। उसमें भरा पानी हफ्तों तक नहीं बदला जाता, जिससे उसमें गंदगी, काई या बदबू उत्पन्न हो जाती है। यह स्थिति वास्तु के अनुसार अत्यंत अशुभ मानी जाती है। जब लोटे में रखा पानी दूषित हो जाता है, तो वह ऊर्जा को अवरुद्ध कर देता है और पूरे घर में एक नकारात्मक वातावरण फैलाता है। इस कारण परिवार के सदस्यों में मानसिक बेचैनी, आर्थिक रुकावट और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी देखने को मिलती हैं। लोटे की सफाई रोज़ाना करनी चाहिए और उसका पानी नियमित रूप से बदलते रहना चाहिए। यदि उसमें गंगाजल रखा जाए, तो वह और भी शुभ माना जाता है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोटे से करें शुरुआत-
लक्ष्मी जी को स्वच्छता, सात्विकता और नियमबद्धता अत्यंत प्रिय हैं। अगर पूजा घर में लोटा सही धातु का हो, सही दिशा में रखा हो और हमेशा साफ-सुथरा रहे, तो यह अपने आप में मां लक्ष्मी को आमंत्रण देने जैसा होता है। ऐसे घरों में धन की कमी नहीं रहती, सदैव समृद्धि बनी रहती है और मानसिक शांति भी बनी रहती है। लोटा, जो देखने में एक छोटा-सा बर्तन लगता है, दरअसल घर की ऊर्जा का एक केंद्र होता है। जब इसे सही प्रकार से पूजा घर में रखा जाता है, तो यह पूरे वातावरण को शुद्ध करता है और सकारात्मकता को आकर्षित करता है।
ये भी पढ़ें- Snan Purnima 2025: 108 कलशों से होता है जगन्नाथ जी का दिव्य स्नान, जानें तिथि और पूरी रस्मों की जानकारी
लोटे की आदतें बदलें, किस्मत बदल जाएगी-
पूजा घर की शुद्धता और ऊर्जा का स्तर काफी हद तक उसमें रखी वस्तुओं पर निर्भर करता है। लोटा उनमें से एक अत्यंत महत्वपूर्ण वस्तु है, जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं। यदि आप आज से ही इस छोटी‑सी बात का ध्यान रखने लगें — कि लोटा तांबे या पीतल का हो, सही दिशा में रखा जाए और उसकी सफाई नियमित रूप से हो — तो यह आपके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। ये न केवल धन-संपत्ति में वृद्धि करेगा, बल्कि मानसिक शांति और पारिवारिक सुख-शांति में भी योगदान देगा।
ये भी पढ़ें- जानिए कब है 2025 का आखिरी बड़ा मंगल, हनुमान जी के कृपा पाने के ये हैं सबसे असरदार उपाय