Navratri 2023 Day 4: नवरात्रि में चौथा दिन देवी कुष्मांडा को समर्पित है, ऐसा माना जाता है की देवी पार्वती ने सिद्धिदात्री का रूप धारण करने के बाद ऊर्जा और प्रकाश को संतुलित करने और ब्रह्मांड से ऊर्जा को मुक्त करने के लिए सूर्य के केंद्र में निवास किया था। हिंदू धर्म ग्रंथो के मुताबिक देवी कुष्मांडा ब्रह्मांड की निर्माता और एकमात्र ऐसी देवी हैं, जिनके पास सूर्य के अंदर रहने की शक्ति और क्षमता है। देवी कुष्मांडा को अष्टभुजा के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उनके आठ हाथ हैं।
वह दाहिने हाथ में धनुष, बांण, कमंडल, कमल तथा हाथ में अमृत कलश, चक्र और गादा धारण करती हैं। नवरात्रि का 4 दिन यानी बुधवार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पंचांग के मुताबिक दिव्या तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 1:26 बजे से 19 अक्टूबर को दोपहर 1:12 बजे तक प्रभावी रहेगी। बुधवार को शाही नीले रंग की पोशाक पहने और नवरात्रि मनाते हुए अतुल्य आनंद, आंतरिक शांति और समृद्धि शांति की भावना का अनुभव करें।
मां कुष्मांडा-
ऐसा माना जाता है की मां कुष्मांडा ने अपनी थोड़ी सी मुस्कान से ही पूरे ब्रह्मांड की रचना की। देवी को सफेद कद्दू की बली पसंद है। जिसे कुष्मांडा के नाम से जाना जाता है। बेबी कुष्मांडा के भक्तों को सुबह जल्दी उठना चाहिए और सुबह की पूजा के लिए स्नान करने के बाद ताजा और साफ कपड़े पहनने चाहिए। उसके मां को लाल चुनरी, सिंदूर, चूड़ियां, बिंदी, काजल, कंगी, झुमके, बिंदी, नाक की पिन, दर्पण, पायल, इत्र आदि श्रृंगार अर्पित किया जाता है। मां कुष्मांडा की पूजा में लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं भक्त प्रतीकात्मक बली के रूप में लौकी या पेठा भी चढ़ाते हैं। नवरात्रि के चौथे दिन आप माता कुष्मांडा को प्रसाद के रूप में नारियल गुलाब की खीर चढ़ा और आटे का हलवा सकते हैं।
खीर बनाने के लिए सामग्री-
खीर बनाने के लिए आपको मीठा घिसा हुआ नारियल 200 ग्राम, गाढ़ा दूध, एक बड़ा चम्मच नारियल क्रीम, हरी इलायची पाउडर, नारियल का गुदा, एक कप बादाम बारीक कटे हुए, सूखा नारियल तेल, सजावट के लिए गुलाब की पंखुड़ियां।
विधी-
इसे बनाने के लिए आप सबसे पहले एक नॉन स्टिक पैन लें, उसमें कंडेंस्ड मिल्क गर्म करें, उसमें नारियल क्रीम और हरी इलायची पावडर डालें। फिर अच्छी तरह से मिला के धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं, फिर नारियल के गूदे को बारीक काट लें और उसमें डालकर अच्छी तरह से मिला लें। फिर बादाम पिस्ता और सूखा नारियल डालकर अच्छी तरह से मिला लें। धीमी आंच पर पांच से चार मिनट के लिए पकाएं, फिर खीर को सर्विंग बाल में डालें और गुलाब की पंखुड़ी से सजा कर परोसें।
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आटे का हलवा बनाने के लिए सामग्री-
आटे का हलवा बनाने के लिए आपको एक कटोरी जी कर्करा आटा, एक कप चीनी, पानी दो कप चाहिए।
विधी-
आटे का हलवा बनाने के लिए बनाने के लिए तेज आंच पर एक गहरा पैन रखें और यह जब यह गर्म हो जाए तो उसमें घी डालें, जब घी गर्म हो जाए, तो उसमें आटे को लगातार चलाते हुए डालें, ताकि उसमें गुठलियों ना बने, आटे को धीमी आंच पर तब तक पकाएं, जब तक इसका रंग बिस्किट जैसा ना हो जाए। ध्यान रहे की इसे आपको लगातार चलाना है, जब आटे और घी का रंग गहरा बिस्किट जैसा हो जाए, तो इसमें चीनी और पानी मिलाएं। फिर आंच को मध्य कर दें, हलवे को तब तक पकाएं जब तक सारा घी अलग ना हो जाए, अलग होने पर आंच बंद करें और आपका हलवा तैयार है।
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