Navaratri 2023: नवरात्रि के समय को काफी शुभ माना जाता है, इसमें बहुत से मांगलिक और शुभ कार्य किए जाते हैं।लेकिन नवरात्रों में शादी नहीं की जाती। इस साल शारदीय नवरात्रि रविवार से शुरू होने वाली है। इस बार माता हाथी पर सवार होकर आने वाली है। हाथी पर माता रानी का आगमन शुभ माना जाता है। इसके साथ ही यह ज्यादा वर्षा का भी संकेत देता है। शास्त्रों के मुताबिक नवरात्रि को यूं तो शुभ कार्य के लिए शुभ माना जाता है। इस दौरान बहुत से सभी घरों में दुर्गा माता की पूजा अर्चना करते हैं। नवरात्रि में गृह प्रवेश, नामकरण, भूमि पूजन जैसे बहुत से शुभ कार्य किए जाते हैं।
महा ब्रह्मचर्य व्रत का पालन-
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक नवरात्र में मां दुर्गा भक्तों के घर में वास करती हैं। जिस दौरान भक्तों द्वारा पवित्रता और शुद्धता के साथ ही मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है। क्योंकि विवाह संतान की उत्पत्ति और वंश की वृद्धि के भाव से किया जाता है और धर्म शास्त्रों के मुताबिक नवरात्र में महा ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए, इसी वजह से नवरात्र में शादी विवाह नहीं किए जाते।
शारीरिक और मानसिक शुद्धता-
दुर्गा पूजा में 9 दिनों तक पूर्ण पवित्रता और सात्विक भोजन बनाया जाता है। इस दौरान शारीरिक और मानसिक शुद्धता के लिए व्रत रखे जाते हैं यही कारण है कि इन दिनों में लोग सात्विक भोजन ही करते हैं और मांस-मदिरा का सेवन नहीं करते। मान्यताओं के मुताबिक, जब सृष्टि की शुरुआत हुई थी तो पहली फसल जौ की थी।
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घर में सुख समृद्धि-
इसीलिए इस दौरान रोपे गए जौ अगर तेजी से बढ़ते हैं तो घर में सुख समृद्धि तेजी से आती है। शास्त्र के मुताबिक कुंवारी कन्याएं माता के समान ही पवित्र पूजनीय होती हैं। दो से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याएं साक्षात माता का स्वरूप ही मानी जाती है। यही कारण है कि नवरात्रि में कुंवारी कन्याओं को श्रद्धा के साथ भोजन कराया जाता है।
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