Navratri 2024
    Photo Source - Google

    Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि का पर्व हर साल आश्विन माह में मनाया जाता है और इसे छोटी नवरात्रि भी कहा जाता है। इस नवरात्रि में गरबा के ज़रिए देवी की पूजा होती है और इस साल आश्विन मास की नवरात्रि का पर्व 1 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इन नौ दिनों में रोजाना देवी के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है। नवरात्रि में व्रत रखने की परंपरा है। अगर आप भी नवरात्रि का व्रत रखते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, नहीं तो व्रत का पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा, वह बातें कौन सी है आईए जानते हैं-

    व्रत का संकल्प (Navratri 2024)-

    अगर आप नवरात्रि का व्रत रखना चाहते हैं, तो उसके लिए सबसे पहले आपको सुबह उठकर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेना होगा। आप जिस तरह का व्रत रखना चाहते हैं, उसी के हिसाब से व्रत का संकल्प लें, जैसे एक समय भोजन और एक समय फलहार या दोनों समय पर फलहार के मुताबिक आप अपने 9 दिनों का व्रत रखें।

    दूसरे के घर का पानी भी ना पिएं (Navratri 2024)-

    अगर आप नवरात्रि व्रत रखने का संकल्प लेना चाहते हैं, तो ध्यान रखें कि इस दौरान किसी दूसरे के घर का पानी भी ना पिएं, खाना तो दूर की बात है। इस दौरान घर का बना खाना ही खाएं, अगर किसी कारण से आप घर से खाना नहीं, तो बाहर से भी खरीद कर खा सकते हैं। लेकिन शुद्धता का खास ध्यान रखना है।

    नौ दिनों में पवित्रता का विशेष महत्व-

    नवरात्रि व्रत के नौ दिनों में पवित्रता का विशेष महत्व है, यानी शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी पूरी तरह ब्रह्मचर्य का पालन करना होगा। मांस और मदिरा को घर में बिल्कुल भी नहीं लाना चाहिए हो सके, तो व्रत के दौरान फर्श पर चटाई भी बिछाकर सोएं। नवरात्रि व्रत के दौरान काले कपड़े न पहनें, क्योंकि यह रंग नकारात्मका तक प्रतीक है। शुभ कार्यों के दौरान काले कपड़े नहीं पहने चाहिए।

    ये भी पढ़ें- Sharad Purnima 2024: कब है शरद पुर्णिमा? चांद की रोशनी मिलते हैं कौन से लाभ, जानें तिथि, मुहुर्त..

    लाल, पीले या हरे रंग के कपड़े-

    नवरात्रि के दौरान लाल, पीले या हरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए। भूलकर भी काले कपड़े ना पहनें। नवरात्रि व्रत के दौरान किसी पर भी गुस्सा ना करें और किसी का अपमान ना करें। गुस्सा करने से मानसिक समस्या होती है, जो व्रत के दौरान बिल्कुल ठीक नहीं है। अगर कोई व्यक्ति कुछ ऐसा करता है, जिससे आपको गुस्सा आता है तो तुरंत उसे माफ कर दें, यह भी व्रत संकल्प का एक नियम होता है।

    ये भी पढ़ें- गणेश चतुर्थी पर बप्पा को लगाएं इन स्वादिष्ट प्रसाद का भोग, बनाएं ये 10 महाराष्ट्रीयन व्यंजन