Indian ice Cream: आज हर भारतीय के लिए गर्व की बात है, कि हमारे देश की पांच मशहूर आइसक्रीम को दुनिया की सबसे बेहतरीन आइसक्रीम की फेहरिस्त में जगह मिली है। TasteAtlas नामक वैश्विक खाना और यात्रा गाइड ने भारतीय आइसक्रीम की समृद्ध स्वाद परंपरा को सम्मान दिया है। यह न सिर्फ हमारे स्वाद की विविधता को दर्शाता है। बल्कि यह भी बताता है, कि भारतीय मिठाई संस्कृति का प्रभाव अब विदेशों तक पहुंच रहा है।
मुंबई से लेकर मंगलुरु तक, ये पांच आइसक्रीम भारत की विविधता भरी खाना संस्कृति की सच्ची तस्वीर पेश करती हैं। इन आइसक्रीम की खासियत यह है, कि इनमें से हर एक अपने इलाके की मिट्टी की खुशबू और वहां के लोगों के प्यार को समेटे हुए है। TasteAtlas की इस सूची में शामिल होना भारतीय आइसक्रीम निर्माताओं के लिए एक सुनहरा अवसर है।
Indian ice Cream आइसक्रीम सैंडविच-
1953 से मुंबई की सड़कों पर लोगों का दिल जीतने वाली रुस्तम एंड कंपनी की कहानी बेहद दिलचस्प है। चर्चगेट के वीर नरीमन रोड पर स्थित यह छोटी सी दुकान अपने अनोखे आइसक्रीम सैंडविच के लिए मशहूर है। यहां की खासियत यह है, कि मोटे आइसक्रीम के टुकड़े को कुरकुरे वेफर बिस्कुट के बीच दबाकर परोसा जाता है।
इनका आम आइसक्रीम सैंडविच तो कमाल का है। TasteAtlas ने इसकी सादगी और लाजवाब स्वाद की तारीफ की है। सत्तर साल से भी ज्यादा समय से यह दुकान मुंबईकरों के दिलों में बसी हुई है। स्टेडियम हाउस के 87 नंबर पर आज भी वही पुराना जादू मिलता है जो पहले दिन था।
Indian ice Cream बेंगलुरु का मशहूर कॉर्नर हाउस-
1982 से बेंगलुरु में मिठाई प्रेमियों का दिल जीतने वाला कॉर्नर हाउस अपनी डेथ बाई चॉकलेट सुंडे के लिए जाना जाता है। यह सिर्फ एक आइसक्रीम नहीं बल्कि चॉकलेट प्रेमियों के लिए जन्नत का एहसास है। इसमें चॉकलेट केक, आइसक्रीम, गाढ़ी चॉकलेट सॉस, कुरकुरे मेवे और ऊपर से एक चेरी का दाना होता है।
TasteAtlas ने इस शानदार मिठाई को दुनिया की बेहतरीन आइसक्रीम की सूची में शामिल किया है। चार दशकों से यह डेजर्ट लोगों के दिलों में राज कर रहा है। सेंट मार्क रोड पर स्थित इस आउटलेट में आज भी वही पुराना स्वाद मिलता है।
नेचुरल आइसक्रीम-
1984 में शुरू हुई नेचुरल आइसक्रीम कंपनी की पहचान प्राकृतिक और ताजे फलों से बनी आइसक्रीम है। इनकी खासियत यह है कि यहां कोई कृत्रिम स्वाद या परिरक्षक का इस्तेमाल नहीं होता। इनकी कई फलों की आइसक्रीम में से टेंडर कोकोनट यानी कच्चे नारियल का स्वाद सबसे अलग है।
असली नारियल के गूदे से बनी यह मलाईदार आइसक्रीम समुद्री तटों की याद दिलाती है। पूरे देश में इसके प्रशंसक हैं और TasteAtlas ने भी इसकी तारीफ की है। आज नेचुरल आइसक्रीम के आउटलेट पूरे भारत में फैले हुए हैं।
अप्सरा आइसक्रीम-
1971 में मुंबई में शुरू हुई अप्सरा आइसक्रीम अपने रचनात्मक और ताजगी भरे स्वाद के लिए जानी जाती है। इनकी अमरूद आइसक्रीम की बात ही निराली है। असली अमरूद के टुकड़े और हल्की सी तीखी मिर्च का स्वाद इसे खास बनाता है। यह बिल्कुल वैसा ही स्वाद है जैसे सड़क किनारे अमरूद वाले लाल मिर्च और नमक के साथ अमरूद काटकर देते हैं।
यह बोल्ड और नॉस्टेल्जिक स्वाद TasteAtlas की नजर में आया है। मालाबार हिल के वॉकेश्वर रोड पर आज भी यह अनोखा स्वाद मिलता है। यह आइसक्रीम बचपन की यादों को ताजा कर देती है।
पब्बा का गडबड आइसक्रीम-
1975 से मंगलुरु में मिठाई प्रेमियों का दिल जीतने वाली पब्बा की गडबड आइसक्रीम की अपनी अलग पहचान है। इस रंगबिरंगी मिठाई में अलग-अलग स्वाद की आइसक्रीम, जेली, ताजे फल और कुरकुरे मेवे की परतें होती हैं। यह सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि देखने में भी बेहद आकर्षक लगती है। इसके मजेदार प्रेजेंटेशन और स्वादिष्ट संयोजन ने इसे दुनियाभर में पहचान दिलाई है। TasteAtlas ने भी इसे अपनी सूची में शामिल किया है। मंगलुरु में स्थित पब्बा के आउटलेट पर आज भी यह खास मिठाई उसी प्यार से बनाई जाती है।
ये भी पढ़ें- राजस्थान की धरती से निकला इतिहास, 4,500 साल पुरानी सभ्यता और सरस्वती नदी का संबंध
भारतीय आइसक्रीम की बढ़ती लोकप्रियता-
यह सफलता दिखाती है कि भारतीय मिठाई की परंपरा अब विदेशों में भी सराही जा रही है। हमारे देश की आइसक्रीम की खासियत यह है कि इनमें स्थानीय स्वाद और पारंपरिक तरीकों का मिश्रण होता है। चाहे वह मुंबई का आम हो या मंगलुरु का नारियल, हर आइसक्रीम में उस जगह की मिट्टी की खुशबू है।
TasteAtlas की यह पहचान भारतीय आइसक्रीम उद्योग के लिए एक सुनहरा अवसर है। इससे न सिर्फ हमारे स्वाद की विविधता को अंतर्राष्ट्रीय मंच मिला है बल्कि यह भी पता चला है कि भारतीय मिठाई संस्कृति का प्रभाव अब विश्वव्यापी हो रहा है।
ये भी पढ़ें- रहस्यमयी आत्माएं और डरावनी रातें, 10 होटल जो भूतों से भरे हैं और आप वहां ठहर सकते हैं