Indigo Flight Delay: हाल ही में नागरिक उड्डायन सुरक्षा ब्यूरो ने इंडिगो और मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को एक नोटिस भेजा है। जहां पर डाइवर्ट की गई उड़ानों के यात्रियों को टरमैक पर बिठाया गया था और वहां पर जलपान यानी खाना पीना दिया गया। 14 जनवरी को दिल्ली में विजिबिलिटी कम होने की वजह से गोवा से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E2195 को मुंबई डायवर्ट किया गया, जो की विवाद का केंद्र बन गई। मुंबई एयरपोर्ट पर इस उड़ान के यात्रियों को सड़क पर नाश्ता करते हुए दिखाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो के वायरल होने के बाद स्थिति और ज्यादा खराब हो गई। जिसने केंद्रीय उद्यान मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को 15 से 16 जनवरी के आधी रात को मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाने की के लिए मजबूर कर दिया। उसके बाद 16 जनवरी 2024 के शुरुआती घंटे में BCAS ने इंडिगो और मुंबई एयरपोर्ट दोनों को कारण बताओ के लिए नोटिस भेज दिया।
इंडिगो और MIAL की आलोचना-
नोटिस में स्थिति को संभालने और एयरपोर्ट पर यात्री आराम से सुविधा प्रदान करने में सक्रिय उपायों की कमी के लिए यात्रियों को कम और सही सुविधा न मिलने की वजह से इंडिगो और MIAL की आलोचना की गई है और विमान को संपर्क स्टैंड की बजाय रिमोट बे को सौंप दिया गया है। जिसे टर्मिनल पर जल, पान और टॉयलेट जैसी बुनियादी सुविधाओं तक यात्रियों के लिए असीमित हो गई जिससे स्थिति और ज्यादा कठिन हो गई। मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सुविधा और परिचालन संबंधी मुद्दों की अनदेखी के लिए उड़ान संचालन की आलोचना करते हुए इस घटना को थके और परेशान यात्रियों के लिए अस्वीकार्य अनुभव खराब अनुभव बताया है।
इंडिगो की सफलता अभियान नियम 2023-
एयरलाइंस पर 15 जनवरी को मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों को उचित सुरक्षा जांच के बिना एप्रेन पर उतरने और बाद में उड़ान 6E2091 में चढ़ने की अनुमति देने और विशिष्ट आदेशों के उल्लंघन करने का आरोप भी लगाया गया था। इसके अलावा अधिकारी के मुताबिक, BCAS को घटना की रिपोर्ट करने में इंडिगो की सफलता अभियान नियम 2023 के नियम 51 का उल्लंघन किया गया। दूसरी तरफ इंडिगो की फ्लाइट 6E2091 से जुड़ी घटना की रिपोर्ट नहीं करने और मुंबई के एसजी को स्थिति के बारे में बताने के लिए नोटिस दिया गया था।
मंत्रालय ने दोनों पक्षों से 16 जनवरी तक जवाब मांगा है और उनको चेतावनी भी दी है कि निर्धारित समय के अंदर जवाब दें। अगर वह औसा करने में विफल रहते हैं तो उन पर दंड सहित कार्यवाही की जाएगी। इंडिगो मुंबई एयरपोर्ट से इस मामले में ब्यूरो सिविल एविएशन सिक्योरिटी की ओर से मंगलवार की रात तक जवाब मांगा है।
गोवा-दिल्ली उड़ान 12 घंटे लेट-
जो वीडियो सोशल मीडिया वायरल हो रहा है, उसमें यात्री एयरपोर्ट के रनवे पर बैठे हुए नजर आ रहे हैं। जिस दौरान सभी यात्री रनवे पर बैठकर खाना खा रहे हैं। दरअसल इंडिगो की गोवा दिल्ली उड़ान के 12 घंटे लेट होने के बाद से ही मुंबई के एयरपोर्ट पर यात्री को रनवे पर बैठकर खाना खाने को मजबूर हुए। यात्रियों को हुई परेशानी पर इंडिगो ने माफी भी मांगी थी और एयरलाइंस ने कहा था कि 14 जनवरी 2024 को हम गोवा से दिल्ली जाने वाली इंडिगो की उड़ान 6E2091 से जुड़ी घटना से वाकिफ हैं। दिल्ली में कम विजिबिलिटी की वजह से उड़ान को मुंबई की ओर मोड़ दिया गया था और हम अपने ग्राहकों से ईमानदारी से माफी मांगते हैं और ऐसी स्थिति दोबारा ना हो इस पर भी ध्यान रखा जाएगा।
इंडिगो की प्रतिक्रिया-
BCAS की ओर से जारी की गई नोटिस पर इंडिगो की प्रतिक्रिया भी सामने आ चुकी है। जिसमें कहा गया कि मामले को लेकर जांच पहले से ही शुरू की जा चुकी है। प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नोटिस का जवाब जरूर दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, विमान को कांटेक्ट स्टैंड के बजाय रिमोट बे पर रखा गया था। कंटेंट स्टेट विमान एक ऐसा पार्किंग स्टैंड होता है जो कि विमान में सवार होने वाले संबंधी गेट से यात्रियों को विमान तक और विमान से आने जाने के लिए इस्तेमाल होता है।
उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों की परेशानी और ज्यादा बढ़ गई। वह टर्मिनल पर आराम कक्ष और जलपान जैसी बुनियादी सुविधाओं का लाभ भी नहीं उठा पाए। रविवार को लंबी देरी की वजह से जैसे ही राज मार्ग परिवर्तन वाली उनकी गोवा दिल्ली उड़ान मुंबई एयरपोर्ट पर उतरी कई यात्री इंडिगो के विमान से बाहर निकल आए. वह टरमैट पर बैठ गए और कुछ को वहां खाना खाते हुए भी देखा गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
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वायु की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी-
दिल्ली समेत एनसीआर के इलाकों में वायु की गुणवत्ता काफी गंभीर श्रेणी में पहुंच चुकी है। जिसकी वजह से दिल्ली में क्रेडिट रिस्पांस एक्शन प्लान स्टेट 3 को फिर से लागू कर दिया गया। वायु गुणवत्ता खराब होने की वजह से रविवार और सोमवार दोनों ही दिन उत्तर भारत में कोहरे की मोटी परत छाई हुई थी। जिसकी वजह से बहुत से स्थान की विजिबिलिटी जीरो हो गई। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग में केंद्र सरकार के अधीन एक वैधानिक निकाय है। जिसने दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्र जिसमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर जिले शामिल हैं।
प्लेन के उड़ान में देरी का कारण-
एनसीआर समेत पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सीपीआर 3 मापदंडो को सख्ति से लागू किया। वायु की गुणवत्ता खराब होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विजिबिलिटी ना होने की वजह से ही सड़कों के अलावा आसमान में उड़ान भरने वालों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना का कारण भी विजिबिलिटी कम ही है। अगर विजिबिलिटी कम नहीं होती तो प्लेन के उड़ान में देरी नहीं होती और अगर देरी नहीं होती तो यात्रियों को असुविधा या परेशानी नहीं होती और उन्हें रनवे पर बैठकर खाना भी नहीं खाना पड़ता। बढ़ते प्रदूषण के साथ ही शीतलहर और धुंध ने भी लोगों को परेशान कर दिया है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है।
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