Jaw Dislocation Eating Golgappa
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    Jaw Dislocation Eating Golgappa: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में शनिवार को एक 42 वर्षीय महिला के साथ एक अजीब हादसा हो गया। गोलगप्पा खाते समय उनका जबड़ा डिसलोकेट हो गया और मुंह खुला का खुला रह गया। दिबियापुर इलाके के गौरी किशनपुर गांव की रहने वाली इंकला देवी काम के सिलसिले में औरैया आई हुई थीं और अपने परिवार के साथ अस्पताल के पास ठहरी थीं। जब वह गोलगप्पा खाने बैठीं और मुंह खोला, तभी अचानक उनका जबड़ा डिसलोकेट हो गया। पूरा हादसा उनकी भतीजी की बहू और परिवार के अन्य सदस्यों के सामने हुआ, जो सदमे में आ गए।

    परिवार ने बताया पूरा वाकया-

    अंग्रज़ी समाचार वेबसाइट एनडीटीवी के मुताबिक, महिला की रिश्तेदार सावित्री ने बताया, “जैसे ही दीदी ने गोलगप्पा खाने के लिए मुंह खोला, वह खुला का खुला रह गया। हमने सोचा शायद सामान्य दर्द है, लेकिन जब उनका मुंह बंद नहीं हुआ तो हम तुरंत उन्हें अस्पताल ले गए।” इंकला देवी को तुरंत डिस्ट्रिक्ट जॉइंट हॉस्पिटल ले जाया गया।

    जहां डॉक्टर मनोज कुमार और शत्रुघ्न सिंह ने जबड़ा ठीक करने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके। इसके बाद उन्हें स्पेशलाइज्ड ट्रीटमेंट के लिए चिचोली मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

    डॉक्टरों ने बताया असली कारण-

    डॉक्टर शत्रुघ्न सिंह ने बताया कि महिला का जबड़ा मुंह अधिक खोलने के कारण डिसलोकेट हुआ, जो खाना खाते समय अचानक हो सकता है। डॉक्टर मनोज कुमार ने NDTV को समझाया, “महिला गोलगप्पा खा रही थीं, जैसे ही उन्होंने मुंह खोला, आधा गोलगप्पा मुंह के अंदर रह गया और आधा बाहर आ गया और उनका मुंह चौड़ा खुला रह गया।

    50 बेड के जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें रिलैक्स करने और सही से बिठाने की बहुत कोशिश की, लेकिन यह बहुत मुश्किल था। वहां मैनेज नहीं हो सका, इसलिए हमने उन्हें चिचोली के 100 बेड वाले जिला अस्पताल में रेफर कर दिया।” उन्होंने यह भी बताया कि यह पहली बार था जब उनके नोटिस में ऐसा केस आया। ऐसे मामले बेहद रेयर होते हैं और अक्सर नहीं होते।

    जॉ लॉक क्या है और कैसे बचें-

    डेंटल एंड TMJ केयर के अनुसार, जॉ लॉक एक ऐसी कंडीशन है जहां जबड़ा फंस जाता है और सामान्य रूप से खुल या बंद नहीं हो पाता। यह दो तरह का होता है। ओपन जॉ लॉक में मुंह खुला रह जाता है और बंद नहीं हो पाता, जबकि क्लोज जॉ लॉक में मुंह खुल नहीं पाता या थोड़ा ही खुलता है। डेंटिस्ट बताते हैं, कि जॉ लॉक रोजमर्रा की गतिविधियों जैसे जम्हाई लेना, बर्गर या गोलगप्पे जैसी चीजें खाना, या जबड़े को ज्यादा स्ट्रेच करने से अचानक हो सकता है।

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    स्पेशलिस्ट्स के मुताबिक, लिगामेंट लैक्सिटी, जबड़े के जोड़ का मिसअलाइन होना, और टेम्पोरोमैंडिबुलर जॉइंट में डिस्कल टिश्यू का डिस्प्लेस होना जॉ लॉक को ट्रिगर कर सकता है। डॉक्टर मनोज कुमार ने सलाह दी, कि अगर किसी को जबड़े में दर्द महसूस हो या मुंह पूरी तरह नहीं खुल पा रहा हो, तो कभी भी जबरदस्ती मुंह न खोलें। इसे धीरे-धीरे करना चाहिए। खाना खाते समय शांति से खाएं और जबड़े की समस्या वाले लोगों को डेंटल सर्जन या स्पेशलिस्ट से परामर्श लेना चाहिए।

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