Champai Soren
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    Champai Soren: बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया। गुस्सा ज़ाहिर करते हुए चंपई सोरेन ने हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया, कि सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ले ली है और उनकी जान के लिए खतरा पैदा कर दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सोरेन ने आरोप लगाया है, कि उनकी सुरक्षा गाड़ियों को वापस ले लिया, जो एक राजनीतिक साजिश है। झारखंड की सरकार ने एक राजनीतिक साजिश के तहत मेरी जान को खतरे में डालते हुए, मुझे दिए गए सभी सुरक्षा वाहन वापस ले लिए हैं।

    सुरक्षा वाहन वापस ले लिए (Champai Soren)-

    टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, उनका कहना है कि मैं इस कदम से डरा हुआ नहीं हूं, उन्होंने सुरक्षा वाहन वापस ले लिए तो क्या, झारखंड के लोग मुझे सुरक्षा प्रदान करेंगे। उनका कहना है कि उन्होंने कभी अपने मूल्यों से समझौता नहीं किया है और इस साल के आखिर तक होने वाले विधानसभा चुनाव में लोग झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन को करारा जवाब देंगे। झारखंड में बीजेपी के द्वारा नेताओं को खरीदे जाने के संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, चंपई सोरेन ने कहा है, कि कोई भी मुझे खरीदने की हिम्मत नहीं कर सकता है।

    पार्टी को छोड़ने के पीछे की परिस्थितियां-

    मैंने पार्टी को छोड़ने के पीछे की परिस्थितियों को स्पष्ट कर दिया है। दरअसल चंपई सोरेन ने झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा दे दिया और अगस्त में बीजेपी में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की वर्तमान कार्यशैली और नीतियां ही मेरे पार्टी छोड़ने का कारण है। जिसकी उन्होंने लंबे समय से तक सेवा की। सराय केला के पूर्व विधायक हेमंत सोरेन को कुछ समय पहले कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया किया था।जिसके चलते जेल में होने के कारण उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

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    चंपई सोरेन-

    जिसके बाद चंपई सोरेन को उनकी जगह मुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन कुछ समय पहले ही हेमंत सोरेन के खिलाफ कोई सबूत ना मिलने के कारम उन्हें कोर्ट ने रिहा कर दिया। जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन ने फिर से मुख्यमंत्री का पद संभाला और चंपई सोरेन ने सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि चंपई सोरेन ने इसे बेरुखी माना, इसके साथ ही पार्टी ने चंपई सोरेन द्वारा शुरु की गई कुछ योजनाओं को बी बंद कर दिया। जिसके चलते वह पार्टी से नाराज़ हो गए। इसी साल उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बीजेपी के साथ हो गए। जिसके बाद अब पार्टी ने उनके सुरक्षा वाहन वापस ले लिए।

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