Bharat Atta: दिवाली के त्योहार से पहले सरकार ने 27.50 रुपए प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर Bharat Atta नाम से एक गेहूं आटा योजना शुरू की है। इस योजना के मुताबिक, समाज के गरीब और कमजोर वर्गों को किफायता दर पर गेहूं का आटा उपलब्ध कराया जाएगा। भारत आटा एक पौष्टिक गेहूं का आटा है, जो चावल, दालों और गेहूं के मिश्रण से बना है। यह प्रोटीन और आयरन से भरपूर है। यह योजना सार्वजनिक वितरण के माध्यम से लागू होगी। जिससे लक्षित आबादी के लिए गेहूं के आटे तक पहुंचना आसान होगा।
सहकारी समितियां NAFED और NCCF-
व्यापक उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए Bharat Atta सहकारी समितियां NAFED और NCCF के भंडार के माध्यम से बचा जाने वाला है। सब्सिडी वाले गेहूं के आटे को प्रभावी ढंग से वितरित करने के लिए सरकार देश भर में फैले 800 मोबाइल वैन और 2,000 आउटलेट के नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी। भारत आटा योजना से पहले मूल्य स्थिरीकरण निधि योजना के तहत केंद्र NAFED और NCCF भंडार के माध्यम से 29.50 प्रति किलो पर 18,000 टन गेहूं के आटे की पायलट बिक्री की गई थी।
बेहतर बिक्री की उम्मीद-
केंद्रीय खाद और उपभोक्ता मंत्री पीयूष गोयल ने नई दिल्ली से कर्तव्य पथ पर भारत आटे की 100 मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाई और इस योजना के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि अब जब हमने परीक्षण कर लिया है और सफल रहे हैं, तो हमने औपचारिक लॉन्च करने का फैसला लिया है। जिससे देश में हर किसी को 27.50 रुपए प्रति किलो आटा मिल सके। मंत्री का कहना है कि सरकार बेहतर बिक्री की उम्मीद कर रही है। क्योंकि उत्पादन पूरे देश में इन तीनों एजेंसियों के मोबाइल बैन और 2000 आउटलेट के माध्यम से बेचा जाएगा।
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27.5 प्रति किलोग्राम-
बढ़ती कीमतों के बीच मंत्री ने हाल ही में देशभर में गेहूं के आटे के वितरण को बढ़ाने की सरकार की योजना पर प्रकाश डाला है। लगभग 2.5 लाख टन गेहूं जिसे आटे के में परिवर्तन किया गया और भारत आटे के रूप में बेचा गया, वह भारतीय खाद्य निगम से एचसीएफ और केंद्रीय भंडारों के लिए रखा गया है। 27.5 प्रति किलोग्राम की कीमत वाले उत्पाद का वितरण एजेंसी द्वारा 800 मोबाइल और 2000 आउटलेट के माध्यम से किया जाएगा।
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