Pahalgam Terrorist Attack
    Photo Source - Google

    Pahalgam Terrorist Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटक जम्मू-कश्मीर से जल्दी-जल्दी वापस लौट रहे हैं। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए जब आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। यह हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हुआ सबसे भयानक आतंकी हमला माना जा रहा है। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, जिन पर्यटकों ने आज पहलगाम जाने की योजना बनाई थी, उन्होंने अपनी योजनाओं को रद्द कर दिया है और अब वे दिल्ली लौट रहे हैं।

    दिल्ली के एक पर्यटक समीर भारद्वाज ने कहा, "हम पिछले तीन दिनों से कश्मीर में हैं। हमारी पहलगाम जाने की योजना थी, लेकिन चूंकि यहां स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए हम दिल्ली के लिए निकल रहे हैं… यहां जो हुआ वह बहुत गलत है। पहलगाम में ऐसी घटना पहली बार हुई है।"

    Pahalgam Terrorist Attack हमले के समय प्रधानमंत्री मोदी विदेश दौरे पर थे-

    यह हमला ऐसे समय में हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर थे और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस भारत में थे। प्रधानमंत्री मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि सरकार का "आतंकवाद से लड़ने का संकल्प अटूट है और यह और भी मजबूत होगा"। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री ने अपना सऊदी अरब का दौरा भी छोटा कर दिया।

    Pahalgam Terrorist Attack प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया-

    प्रधानमंत्री ने इस बर्बर हमले पर अपना गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, "पहलगाम में हुई इस दर्दनाक घटना से मेरा हृदय व्यथित है। मृतकों के परिवारजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है। इस कायराना कृत्य के दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी, उन्हें हम छोड़ेंगे नहीं! इनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। आतंकवाद के खिलाफ हमारा संकल्प अडिग है और यह और भी मजबूत होगा।

    भारत यात्रा पर आए अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मैं और मेरी पत्नी उषा पहलगाम के भयावह आतंकी हमले में पीड़ित हुए लोगों के साथ अपनी गहरी संवेदना साझा करते हैं। बीते दिनों में हमने इस देश की प्राकृतिक सुंदरता और यहां के लोगों की आत्मीयता से अभिभूत हुए हैं। इस दुखद घड़ी में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं भारत के साथ हैं।"

    Pahalgam Terrorist Attack पर्यटकों में बढ़ता डर-

    पहलगाम हमले के बाद, कश्मीर घाटी में रह रहे पर्यटकों के बीच डर का माहौल है। कई पर्यटक जो अपनी छुट्टियों का आनंद लेने आए थे, अब अपने गृहनगरों को जल्द से जल्द लौटने की योजना बना रहे हैं। स्थानीय होटल व्यवसाय और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने बताया कि बड़ी संख्या में बुकिंग रद्द की जा रही हैं।

    एक अन्य पर्यटक राहुल शर्मा ने कहा, "हमें यहां आने के लिए महीनों से प्लानिंग की थी, लेकिन अब हम सुरक्षा कारणों से वापस जा रहे हैं। यह बहुत दुखद है कि ऐसी सुंदर जगह पर ऐसी घटना हो गई।"

    स्थानीय व्यापार पर प्रभाव-

    स्थानीय टूर ऑपरेटर और पर्यटन से जुड़े व्यवसायी भी इस हमले से चिंतित हैं। पहलगाम में एक होटल मालिक इम्तियाज अहमद ने बताया, "यह हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है। पिछले कुछ सालों में हमने पर्यटन क्षेत्र में अच्छी ग्रोथ देखी थी, लेकिन इस हमले के बाद हमें फिर से शुरुआत से शुरू करना होगा।"

    वहीं, कश्मीर पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वे स्थिति को सामान्य बनाने और पर्यटकों को आश्वस्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त उपाय कर रहे हैं और स्थिति पर नज़र रख रहे हैं।"

    सुरक्षा व्यवस्था कड़ी-

    जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। पुलिस और सुरक्षा बलों की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की गई हैं। विशेष रूप से पर्यटक स्थलों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने पर्यटकों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।

    एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम स्थिति पर पूरी तरह से नज़र रख रहे हैं और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। पर्यटकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।"

    पर्यटन उद्योग के लिए झटका-

    हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में पर्यटन में काफी वृद्धि देखी गई थी। स्थानीय अर्थव्यवस्था पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर है, और इस हमले से इस क्षेत्र को गंभीर झटका लगने की आशंका है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले के प्रभाव को कम करने और पर्यटकों का विश्वास फिर से हासिल करने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे।

    ये भी पढ़ें- Banglore Couple Attack: वायुसेना अधिकारी वाले मामले में चौंकाने वाला नया वीडियो आया सामने!

    पर्यटन मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं। हम पर्यटकों से अनुरोध करते हैं कि वे घबराएं नहीं और सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।" इस बीच, कई राज्य सरकारों ने अपने नागरिकों से जम्मू-कश्मीर की यात्रा टालने की अपील की है। कई यात्रा एजेंसियों ने भी अपने पैकेज रद्द कर दिए हैं या उन्हें संशोधित किया है।

    अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण भी प्रभावित हुआ है, जो 3 जुलाई से शुरू होने वाली थी। अधिकारियों का कहना है कि वे स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और इसके आधार पर आगे का फैसला लिया जाएगा।

    ये भी पढ़ें- नशे में धुत महिला ने हरिद्वार की सड़क पर मचाया हंगामा, अजीब हरकतों का वीडियो हो रहा वायरल