November 25th School Holiday: उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 350वां शहीदी दिवस अगले सप्ताह विशेष श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाएगा। इस महत्वपूर्ण अवसर पर स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय बंद रहने की संभावना है। शैक्षणिक संस्थान 25 नवंबर 2025 को अवकाश की घोषणा करने की तैयारी में हैं। यह दिन सिख धर्म के नौवें गुरु की शहादत को याद करने के लिए समर्पित है, जिन्होंने 1675 में मुगल काल के दौरान धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
गुरु तेग बहादुर साहिब का बलिदान और उनकी विरासत-
शहीदी दिवस गुरु तेग बहादुर साहिब के साहस, करुणा और सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का उत्सव है। गुरु साहिब ने धार्मिक स्वतंत्रता के सिद्धांतों के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। उन्होंने न केवल सिख समुदाय, बल्कि सभी धर्मों के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी जान दी। शैक्षणिक संस्थान आमतौर पर इस दिन बंद रहते हैं, ताकि लोग गुरु साहिब की विरासत को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें। यह अवसर कई राज्यों में गंभीर समारोहों, चिंतन और सामुदायिक सभाओं के साथ मनाया जाता है। गुरु तेग बहादुर साहिब का जीवन और शहादत आज भी करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
दिल्ली सरकार ने घोषित किया सार्वजनिक अवकाश-
दिल्ली सरकार ने 25 नवंबर 2025 को सरकारी कार्यालयों के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर कहा, कि गुरु साहिब का साहस, करुणा और धर्म की स्वतंत्रता का कालातीत संदेश हमारे सामूहिक सफर में हमें मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करता रहे। यह घोषणा उन सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है, जो इस पवित्र दिन को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाना चाहते हैं। दिल्ली में विभिन्न गुरुद्वारों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जहां श्रद्धालु गुरु साहिब को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्रित होंगे।
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में आधिकारिक परिपत्र का इंतजार-
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के स्कूल पहले से ही कक्षा पांच तक के छात्रों के लिए हाइब्रिड कक्षाएं संचालित कर रहे हैं। वरिष्ठ कक्षाओं के छात्रों के लिए अवकाश की उम्मीद है, लेकिन 25 नवंबर के लिए व्यक्तिगत स्कूलों से आधिकारिक परिपत्र अभी भी लंबित हैं। अभिभावकों को सलाह दी जाती है, कि वे अपने स्कूलों से पुष्टि की प्रतीक्षा करें। विभिन्न स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर इस विषय पर निर्णय ले रहे हैं और जल्द ही अभिभावकों को सूचित करने की योजना बना रहे हैं। माता-पिता को स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट और संचार माध्यमों पर नजर रखने की सलाह दी जाती है, ताकि वे नई जानकारी से अपडेट रह सकें।
राज्यवार अवकाश अपडेट और घोषणाएं-
उत्तर प्रदेश सरकार ने आधिकारिक तौर पर सभी सरकारी कार्यालयों के लिए शहीदी दिवस की छुट्टी को 24 नवंबर से बदलकर 25 नवंबर 2025 कर दिया है। स्कूलों के बंद होने के संबंध में अधिसूचनाओं का अभी भी इंतजार है। अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपडेट के लिए आधिकारिक स्कूल घोषणाओं पर नजर रखें। उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में सिख समुदाय निवास करता है और इस दिन को बहुत ही श्रद्धा के साथ मनाया जाता है।
पंजाब परंपरागत रूप से 24 नवंबर को शहीदी दिवस मनाता है, लेकिन 2025 के लिए अंतिम अवकाश अधिसूचनाएं अभी भी लंबित हैं। स्कूलों और सरकारी कार्यालयों से उम्मीद है कि वे आधिकारिक घोषणा जारी होने के बाद राज्य की घोषणा के अनुरूप होंगे। पंजाब में गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत को विशेष महत्व दिया जाता है और पूरे राज्य में भव्य समारोह आयोजित किए जाते हैं।
हरियाणा सरकार ने शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में कहा, कि नौवें सिख गुरु तेग बहादुर की 350वीं शहादत की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए 25 नवंबर को प्रतिबंधित अवकाश घोषित किया गया है। इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए कुरुक्षेत्र में एक भव्य राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम गुरु साहिब के बलिदान और उनके संदेश को याद करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
अभिभावकों और छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सूचना-
अभिभावकों और छात्रों को सलाह दी जाती है, कि वे आधिकारिक स्कूल नोटिस और राज्य सरकार के अपडेट की बारीकी से निगरानी करें, क्योंकि सटीक अवकाश अनुसूची 24 और 25 नवंबर 2025 के बीच अलग हो सकती है। विभिन्न राज्यों में अलग-अलग तिथियों पर यह अवकाश घोषित किया जा सकता है। इसलिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक अभिभावक अपने संबंधित स्कूल और राज्य सरकार की घोषणाओं पर ध्यान दें। कई स्कूल अपनी वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अपडेट साझा कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें- 8,000 स्कूलों में एक भी बच्चा नहीं, फिर भी 20,000 टीचर्स को मिल रही सैलरी
इस अवसर पर देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जहां गुरु तेग बहादुर साहिब के जीवन, उनकी शिक्षाओं और बलिदान पर चर्चा की जाएगी। गुरुद्वारों में विशेष दिवान, कीर्तन और लंगर का आयोजन किया जाएगा। यह दिन न केवल सिख समुदाय के लिए बल्कि सभी भारतीयों के लिए गुरु साहिब के साहस और धार्मिक सहिष्णुता के संदेश को याद करने का अवसर है।
ये भी पढ़ें- Delhi सरकार ने क्यों किया स्कूल में बच्चों के मिड-मील में बदलाव? जानिए नया मेन्यू



