पर्यटन से चमकने वाले कई देश अब अपनी संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा के लिए कड़े फैसले लेने पर विचार कर रहे हैं। ओवरटूरिज्म से परेशान इन देशों की लिस्ट पर नज़र डालें।
भूटान अपनी "हाई वैल्यू, लो इम्पैक्ट" नीति के साथ पर्यटकों से दैनिक शुल्क वसूलता है, लेकिन संस्कृति की रक्षा के लिए सख्त प्रतिबंध लगा सकता है।
इटली का वेनिस हर साल 30 मिलियन पर्यटकों से घिरा है। भीड़भाड़ और पर्यावरणीय समस्याओं के कारण पीक सीजन में यहां बैन लग सकता है।
बार्सिलोना में स्थानीय लोगों के विरोध के बाद शॉर्ट-टर्म रेंटल पर प्रतिबंध लगाए गए हैं और लोकप्रिय इलाकों में एंट्री सीमित की जा सकती है।
बाली, इंडोनेशिया में कचरा प्रबंधन की समस्या गंभीर है। स्थानीय अधिकारी पर्यटकों की संख्या सीमित करने पर विचार कर रहे हैं।
माचू पिच्चू, आइसलैंड, थाईलैंड, डुब्रोवनिक, गैलापागोस द्वीप और सैंटोरिनी भी पर्यावरण और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए सख्त कदम उठा सकते हैं।
पर्यटन से आर्थिक लाभ और प्राकृतिक-सांस्कृतिक धरोहर के बीच संतुलन बनाने की चुनौती इन देशों के सामने है।