नासा की स्पेस फोटोस एक्चुअली में फेक हैं?
असल में यह फोटो कुछ इस तरह की दिखती है, यह ऑलमोस्ट हर फोटो के साथ ऐसा ही करते हैं।
दरअसल जेम्स वेब टेलीस्कोप इंफ्रारेड लाइट कैप्चर करता है, जिसे हमारी आंखें देख नहीं सकती।
पहले फोटोस काफी ज्यादा डार्क होती हैं, उसके बाद साइंटिस्ट उस फोटो में फ्रीक्वेंसी के हिसाब से कलर असाइन करते हैं।
हायर फ्रीक्वेंसी को ब्लू कलर और लोअर फ्रीक्वेंसी को रेड कलर।
इसका मतलब हम इसे सिर्फ फोटो में देख सकते हैं, असलियत में अपनी आंखों से नहीं।